स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति ने वीरता पुरस्कारों की घोषणा, शहीद सार्जेंट सुरेंद्र मोगा को गैलंट्री अवार्ड 

राजस्थान के झुंझुनूं जिले के मेहरादासी के रहने वाले सार्जेंट सुरेंद्र मोगा 10 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर सेक्टर में पाकिस्तान के हवाई हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में वीरगति को प्राप्त हुए.

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शहीद सार्जेंट सुरेंद्र मोगा को "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान यह बलिदान देने के लिए यह सम्मान मिला है.

Gallantry Awards: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों को दिए जाने वाले वीरता पुरस्कारों (गैलेंट्री अवार्ड्स) की मंजूरी दी. इन पुरस्कारों का उद्देश्य बहादुरी, कर्तव्यनिष्ठा और सर्वोच्च बलिदान की भावना को सम्मानित करना है.

सर्वोच्च बलिदान के लिए शहीद सार्जेंट सुरेंद्र मोगा (मरणोपरांत) को वायु सेना मेडल (गैलंट्री) से सम्मानित किया गया है. यह सम्मान उनकी असाधारण वीरता, कर्तव्य के प्रति समर्पण और राष्ट्र के लिए उनके बलिदान की स्मृति में प्रदान किया गया है.

सार्जेंट सुरेंद्र मोगा ऑपरेशन सिन्दूर के दौरान हुए थे शहीद 

सार्जेंट सुरेंद्र मोगा को "ऑपरेशन सिंदूर" के दौरान यह बलिदान देने के लिए यह सम्मान मिला है. 10 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर सेक्टर में पाकिस्तान के हवाई हमले में वे गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में वीरगति को प्राप्त हुए. राजस्थान के झुंझुनूं जिले के मेहरादासी निवासी मोगा को उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. वे भारतीय वायु सेना में मेडिकल असिस्टेंट के पद पर कार्यरत थे.

साल में दो बार होती है गैलेंट्री अवॉर्ड्स की घोषणा

गैलेंट्री अवॉर्ड्स की घोषणा गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर साल में दो बार दिए जाते हैं, गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) और स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) के अवसर पर की जाती है. ये पुरस्कार भारत के राष्ट्रपति द्वारा साल में एक बार आयोजित होने वाले रक्षा अलंकरण समारोह (Defence Investiture Ceremony) में प्रदान किए जाते हैं.

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