Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सोमवार को कहा कि नई प्रदेश सरकार के अंतर्गत काम और जिम्मेदारी से किसी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. चिकित्सा विभाग ने मुख्यमंत्री के सवाईमान सिंह चिकित्सालय (SMS) के औचक निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए अस्पताल के तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया.
विभाग के निदेशक (अराजपत्रित) सुरेश नवल की ओर से जारी आदेश में अस्पताल के वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी मुकेश बाबू, आलम अली खान, नर्सिंग अधिकारी मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया और निलंबन काल में उनका मुख्यालय कार्यालय संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अजमेर जोन किया गया है.
सख्त कार्रवाई करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी चिकित्सक, अधिकारी एवं कार्मिक समयनिष्ठा के साथ अपना कार्य करें. देर से आने वाले एवं नदारद रहने वाले लोगों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए जाएं. शर्मा सोमवार को एसएमएस अस्पताल के औचक निरीक्षण के उपरांत ओटीएस में अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सीय एवं प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे.
सीसीटीवी से की जाए निगरानी
उन्होंने बताया कि अस्पताल में सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नियमित एवं प्रभावी निगरानी की जाए और इस हेतु अस्पताल के एक अधिकारी के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया जाए. उन्होंने कहा कि बारी-बारी से अस्पताल के कर्मचारियों की तैनाती ओपीडी, आईसीयू आदि सभी वार्ड में की जाये, ताकि कहीं भी स्टाफ की कमी नहीं हो. रात्रि में भी पर्याप्त स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए. अस्पताल परिसर में प्रवेश एवं निकास की व्यवस्था को और अधिक सुगम बनाया जाए.
व्यवस्थाएं दुरुस्त करना प्राथमिकता
शर्मा ने कहा कि एसएमएस प्रदेश का प्रतिष्ठित राजकीय अस्पताल है, यहां देश-प्रदेश से मरीज आते हैं, यहां आने वाले मरीजों एवं परिवारजनों की सुगमता हेतु व्यवस्थाएं दुरुस्त करना हमारी प्राथमिकता है. उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित करते हुए कहा कि तुरंत प्रभाव से अस्पताल परिसर में सफाई व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित की जाए. लापरवाही करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये.
मरीजों की अच्छी देखभाल जरूरी
उन्होंने कहा कि मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं एवं समुचित देखभाल सुलभ होनी चाहिए. उन्हें एवं उनके परिजनों को स्वच्छ और स्वस्थ वातावरण मिले, यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए. मरीजों के स्वास्थ्य-सुधार में वातावरण का भी अहम योगदान होता है. उन्होंने कहा कि अस्पताल प्रशासन के अधिकारियों को इसमें विशेष रूचि लेकर अपने आवास के समान ही अस्पताल में स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. इस दौरान एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य राजीव बगरहट्टा, एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे.