राजस्थान के 8.5 हजार शिक्षकों की बढ़ी टेंशन, परीक्षा ड्यूटी और मेगा पीटीएम के बीच हाजिरी का फंसा पेंच

Rajasthan News: जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) के जरिए परीक्षा ड्यूटी के समय में किए गए संशोधन ने शिक्षकों के बीच असमंजस और असुविधा पैदा कर दी है. विभाग ने हाल ही में ड्यूटी जॉइनिंग टाइम में बदलाव करते हुए शिक्षकों को राहत देने की कोशिश की थी, लेकिन अब शिक्षक संघ ने आदेश को वापस लेने की मांग की है

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परेशानी में राजस्थान शिक्षक
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Jaipur News: राजस्थान के 8.5 हजार शिक्षकों की टेंशन शिक्षा विभाग के एक आदेश से बढ़ गई है, जिसके चलते शिक्षक काफी चिंतित हैं, क्योंकि 31 अक्टूबर को परीक्षा ड्यूटी और मेघा पीटीए एक साथ पड़ गए हैं.

परेशानी के बाद हुआ था संशोधन

एक साथ आने पर शिक्षकों ने एक ही दिन दोनों जगहों पर उपस्थित होने में असमर्थता जताई थी. शिक्षा विभाग के जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) ने इसमें संशोधन भी किया था.जिसके तहत शिक्षकों को इस दिन दोपहर 2 बजे परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करने को कहा गया था. जो पहले सुबह 9 बजे होनी थी. इससे पहले वे अपनी मेघा पीटीएम में शामिल होंगे. 

दोनों जगह एक ही दिन पहुंचने पर दिखाई असमर्थता

आदेश में नए संशोधन के बाद शिक्षकों ने एक ही दिन दोनों जगह पहुंचने में असमर्थता जताई है. उन्होंने कहा कि इस बदलाव के बावजूद शिक्षकों की परेशानी कम नहीं हुई है. राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने बताया कि जिले के साढ़े आठ हजार शिक्षकों में से ज्यादातर की ड्यूटी उनके मूल विद्यालय से बाहर, दूसरे ब्लॉकों में है. ऐसे में उनके लिए नौ बजे अपने स्कूल जाकर दो बजे तक जयपुर लौटकर परीक्षा केंद्र पहुंचना संभव नहीं होगा.

संघ ने की आदेश वापस लेने की मांग

इस परेशानी को लेकर राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ ने जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक से मांग की है कि शिक्षकों की व्यवहारिक कठिनाइयों को देखते हुए संशोधित आदेश को वापस लिया जाए. संघ ने सुझाव दिया है कि वीक्षकों (Invigilators) को 31 अक्टूबर की जगह 1 नवम्बर को परीक्षा केंद्र पर बुलाया जाए, जिससे मेगा पीटीएम भी प्रभावित न हो और शिक्षकों को अनावश्यक भाग-दौड़ से भी राहत मिल सके.

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