Rajasthan: ईसरदा बांध निर्माण कार्य में दौरान क्रेशर में आने से एक मज़दूर की मौत, गलती से चला क्रेशर

मजदूर रामविलास की मौत के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. लगभग 23 घंटे तक यह कश्मकश लगातार चलती रही. प्रशासन से भी वार्ता होती रही. उसके बाद आखिरकार परिजनों और कंपनी प्रबंधन के बीच समझौता हुआ.

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Sawai Madhopur News: सवाई माधोपुर जिले के ईसरदा बांध पर बुधवार शाम को क्रेशर में आने से एक मजदूर की मौके पर ही मौत हो गई थी. घटना के बाद मृतक के परिजनों में तथा ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त हो गया था. ईसरदा बांध पर कार्य कर रही कंपनी के ही एक ऑपरेटर ने गलती से क्रेशर चला दिया. जिससे रामविलास निवासी ईसरदा क्रेशर में फंस गया ओर उसकी दर्दनाक मौत हो गई. जिस वक्त ऑपरेटर द्वारा क्रेशर चलाया गया उस वक्त रामविलास क्रेशर की सफाई कर रहा था.

लगभग 23 घंटे तक यह कश्मकश लगातार चलती रही

मजदूर रामविलास की मौत के बाद परिजनों ने शव लेने से इनकार कर दिया. लगभग 23 घंटे तक यह कश्मकश लगातार चलती रही. प्रशासन से भी वार्ता होती रही. उसके बाद आखिरकार परिजनों और कंपनी प्रबंधन के बीच समझौता हुआ. जिसमें 15 लाख रुपए नगद देने पर परिजन राजी हुए. परिजनों की मांग थी कि 50 लाख रुपए का आर्थिक मुआवजा दिया जाए. जिस पर लगातार गतिरोध बना हुआ था.

15 लाख रुपए नगद देने पर सहमति बन सकी

आखिरकार ओम इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी के बीच समझौता हुआ और 15 लाख रुपए नगद देने पर सहमति बन सकी. इसके अलावा 5 वर्ष तक बच्चों के पालन पोषण की भी जिम्मेदारी कंपनी द्वारा ली गई .सहमति बनने के उपरांत शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द किया गया. लेकिन 23 घंटे लगातार जारी रहे गतिरोध के दौरान मौके पर  ग्रामीण व परिजनों का धरना जारी रहा.

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