मरीजों के इलाज में लूटः सरकारी डॉक्टर पेशेंट को प्राइवेट हॉस्पिटल में करते थे रेफर, बिना डिग्री भतीजा चलाता था क्लिनिक, अब सील

ब्यावर जिले के जवाजा में एक डॉक्टर द्वारा अपने भतीजे के अवैध निजी क्लीनिक में गर्भवती महिला की डिलीवरी करवाने का मामला सामने आया है. डॉक्टर पर डिग्री दस्तावेज न होने, अवैध वसूली, दुर्व्यवहार और पत्रकारों के साथ मारपीट करने के गंभीर आरोप लगे हैं.

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आरोपी डॉक्टर और डॉक्टर के भतीजे की तस्वीर

Rajasthan Hospital Seized: डॉक्टर मरीजों के लिए भगवान का रूप होते हैं. लेकिन जब डॉक्टर अपने पेशे को धंधा बना लें तो इससे न केवल मरीजों के लिए दिक्कत है बल्कि इंसानियत भी शर्मसार होने जैसी है. ऐसा ही मामला राजस्थान से आया है जहां एक सरकारी डॉक्टर (डॉ हंसराज मीणा) न केवल मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहा था. बल्कि अपना धंधा चलाने के लिए फर्जी प्राइवेट क्लिनिक खोल रखा था. इतना ही नहीं इस प्राइवेट क्लिनिक (मां चामुंडा देवी हॉस्पिटल) में अपने उस भतीजे (अनुज मीणा) को डॉक्टर बना रखा था जिसके पास डॉक्टर की कोई डिग्री नहीं है.

वहीं अब जब मामले का खुलासा हुआ है तो इस क्लिनिक को सीज कर लिया गया है. यह पूरा मामला अजमेर जिले का है. जहां अस्पताल के नाम पर एक बड़ा धंधा चलाया जा रहा था और सरकारी डॉक्टर द्वारा मरीजों को रेफर किया जा रहा था.

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डॉक्टर के पास नहीं मिले डिग्री के दस्तावेज 

जिला कलेक्टर महेंद्र खड़गावत और CMHO डॉक्टर संजय गहलोत के दिशा निर्देशन में टास्क फोर्स का गठन किया गया' टीम ने मां चामुंडा देवी 0101 हॉस्पिटल जवाजा के चिकित्सक डॉक्टर अनुज मीणा से स्वयं की डिग्री और अस्पताल चलाने संबंधी दस्तावेज मांगे गए ' मगर डॉक्टर ने  स्वयं की डिग्री और अस्पताल के दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए'

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डॉक्टर पर दुर्व्यवहार और अवैध वसूली का आरोप 

स्थानीय ग्रामीणों ने यह भी बताया कि मां चामुंडा हॉस्पिटल में ड्रिप VRMS की दवाई भी मरीज को देखकर भारी मुनाफा कमाया जाता है. डॉक्टर हंसराज मीणा का भतीजा अनुज मीणा मरीजों से ₹100 की दवा के सीधे ₹300, ₹400 वसूल करता है. साथ ही मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करने पर भी डॉक्टर हंसराज मीणा उतारू हो जाते हैं. अस्पताल में लड़ाई झगड़े की आशंका के चलते डॉक्टर अनुज मीणा द्वारा कुछ किराए के लठैत भी अस्पताल परिसर में बैठा रखे हैं.

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पत्रकारों के साथ डॉ अनुज मीणा ने की थी मारपीट 

जवाजा के राजकीय चिकित्सालय में पिछले कई वर्षों से पद स्थापित डॉक्टर हंसराज मीणा के खिलाफ आसपास के ग्रामीणों ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए मीडियाकर्मियों से मीना की शिकायत की थी. सबसे गंभीर शिकायत यह थी कि डॉक्टर हंसराज मीणा सरकारी अस्पताल में इलाज करने की बजाय अपने भतीजे के निजी चिकित्सालय पर मरीज को दोपहर 2:00 बजे के बाद देखने का समय देते हैं.

साथ ही किसी भी तरह की महिलाओं की डिलीवरी के लिए अपने भतीजे के चिकित्सालय में इलाज करने को लेकर प्रेरित करते हैं. इस शिकायत के चलते स्थानीय पत्रकारों ने निजी चिकित्सालय में जाकर मामले की पुष्टि करना चाहा, लेकिन इस दौरान पत्रकारों से डॉ अनुज मीणा ने मारपीट शुरु कर दी थी.

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