राजस्थान: भाजपा नेता की 20 बीघा जमीन पर चला बुलडोजर, किरोड़ी लाल मीणा ने की थी शिकायत

Alwar UIT Bulldozer Action: किरोड़ी लाल मीणा की शिकायत के दो दिन बाद ही अलवर UIT ने अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया. हालांकि अधिकारियों का यही कहना है कि जांच पहले से चल रही थी.

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अलवर में अवैध प्लाटिंग पर यूआईटी ने बुलडोजर चला दिया है.

Rajasthan News: राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) की शिकायत पर अलवर नगर विकास न्यास (Alwar UIT) ने भाजपा नेता की करीब 25 बीघा जमीन पर बुलडोजर चला दिया. मंगलवार दोपहर यह कार्रवाई ग्रामीण क्षेत्र के केसरपुर गांव में की गई. 

एग्रीकल्चर जमीन पर अवैध प्लाटिंग

अलवर यूआईटी के तहसीलदार अशोक शर्मा ने बताया, 'हमें शिकायत मिली थी कि केसरपुरा में अवैध रूप से प्लाटिंग की जा रही है. पहले हमने जूनियर इंजीनियर से इस शिकायत की जांच कराई. रिपोर्ट में पाया गया कि बिना लैंड परिवर्तन किए हुए एग्रीकल्चर जमीन पर प्लाटिंग की जा रही है. इस संबंध में अतिक्रमणकारी को नोटिस दिया गया, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं मिला. इसके बाद नियमानुसार कार्रवाई करते हुए निर्माण कार्य को ध्वस्त करा दिया गया.'

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सरकारी जमीन के एंगल की भी जांच

तहसीलदार शर्मा ने आगे बताया, 'यह कार्रवाई खातेदारी जमीन पर हो रही प्लाटिंग पर की गई है. इस मामले में सरकारी जमीन की बात सामने आई है, जिसकी भी जांच की जाएगी. इसके अलावा सरकारी जमीन पर बोरिंग के मामले की भी जांच कराई जाएगी,  क्योंकि वहां पर काफी संख्या में बोरिंग हुए हैं.' 

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यह जमीन बांध की पाल के नीचे है, जो रिसाव क्षेत्र है. अलवर UIT की इस कार्रवाई के बाद हलचल बढ़ गई. इस क्षेत्र में काफी संख्या में लोगों ने प्लॉट भी खरीद लिए थे.

17 मार्च को अलवर आए थे मीणा

बताते चलें कि किरोड़ी लाल मीणा 17 मार्च को अलवर आए थे. उसी दौरान प्रभारी मंत्री ने सरकारी जमीनों पर कब्जे को लेकर बयान दिया था. मीणा ने कहा था, 'पिछली सरकार के कुछ लोग और हमारी सरकार के कुछ छुटभैया लोग आज भी जमीनों पर कब्जा करने का काम कर रहे हैं. उन पर नजर है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. सरकारी जमीनों पर किसी भी तरह का कोई कब्जा होना नहीं चाहिए. इसकी शिकायत में मुख्यमंत्री से भी करूंगा.'

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शिकायत के दो दिन बाद एक्शन

किरोड़ी लाल मीणा के इस बयान के दो दिन बाद ही अलवर UIT ने अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया. हालांकि अधिकारियों का यही कहना है कि जांच पहले से चल रही थी. खेतीदारी जमीन पर प्लाटिंग गलत थी तो कार्रवाई करनी ही थी. इसीलिए पुलिस जाप्ते की मौजूदगी में मंगलवार को पीला पंजा चला दिया गया.

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