Rajasthan Election 2023: BJP के पोस्टर बॉय बने माधुराम का बड़ा बयान, बोले- 'मेरे ऊपर नहीं कोई कर्जा, बिना जानकारी यूज किया फोटो'

इस पूरे प्रकरण को लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर है, तो वहीं चुनाव से पहले इस पोस्टर को मुद्दे को भुनाने का भी प्रयास कर रही है.

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Rajasthan News: विधानसभा चुनाव दहलीज पर होने के कारण राजस्थान में चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ने एक पोस्टर जारी करते हुए नया विवाद छेड़ दिया है. इस पोस्टर पर लिखा हुआ है- '19 हजार से अधिक किसानों की जमीनें नीलाम, नहीं सहेगा राजस्थान'. इस पोस्टर में एक किसान की तस्वीर भी लगी नजर आ रही है. जब NDTV राजस्थान के रिपोर्टर ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि ये किसान जैसलमेर के रहने वाले हैं. किसान ने दावा किया है कि उस पोस्टर में लगा फोटो उन्हीं का है जो बिना इजाजत के भाजपा द्वारा इस्तेमाल किया गया है. किसान का ये भी कहना है कि उस पर न तो कोई कर्जा है और न ही उसकी जमीन नीलाम हुई है. वे 200 बीघा जमीन के मालिक हैं. ऐसे में अब किसान के परिजन भाजपा पर मानहानि का केस करने की बात कह रहे हैं.

'इस फोटो को जल्दी हटाओ'

70 वर्षीय किसान का नाम माधुराम जयपाल है जो जैसलमेर के रामदेवरा क्षेत्र के रिखियों की ढाणी में अपने परिवार संग रहते हैं. माधुराम का कहना है कि उनके गांव के एक युवक से उन्हें पोस्टर पर अपनी फोटो लगी होने की बात पता चली. उस युवक ने जयपुर में कई जगहों पर यह बैनर लगा देखा. उसने बैनर का फोटो लेकर गांव के एक वॉट्सऐप ग्रुप में शेयर किया. इसी ग्रुप में किसान का बेटा जुड़ा था. उसने यह मैसेज देखा तो अपने पिता को बताया. पहले तो बेटे द्वारा बताने पर वे समझ नहीं पाए, क्योंकि बैनर में जमीन नीलामी की बात थी, लेकिन उनकी तो कोई जमीन ही नीलाम नहीं हुई. माधुराम का कहना है कि मेरी फोटो बिना वजह लगा दिया गया है. मुझसे पूछा तक नहीं गया. मेरे कोई कर्जा नहीं है. इस फोटो को हटाओ. मैं भाजपा वालों को नहीं जानता.

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दो लड़कों ने ली थी फोटो

किसान व उनके परिजनों द्वारा दी जानकारी के अनुसार, दो महीने पहले दो लड़के ढाणी में आए थे, जिनका नाम उन्हें याद नहीं है. उनके पास बड़े-बड़े कैमरे थे. उन्होंने कहा था कि वो खराब फसलों की रिपोर्ट बनाने आए हैं. फसल खराब होने पर सरकार की ओर से क्लेम दिया जाएगा. शायद उन लोगों ने धोखे से फोटो ले ली है. लेकिन उस समय उन दोनों लड़को ने भाजपा या उसके अभियान के बारे में कुछ नहीं बताया था. माधुराम का फोटो भाजपा के पोस्टर पर लगा है. यह बात सबसे पहले 23 सितंबर को सामने आई. उस दिन रामदेवरा के अशोक जयपाल जयपुर आए थे. उन्होंने फोटो देखा और श्री डाली बाई समाधि ग्रुप में शेयर किया और लिखा की जयपुर में माधो बा छायोड़ा है. किसान माधूराम जयपाल के 3 बेटे हैं. सबसे बड़े भूराराम, उनसे छोटो गोविंदराम और सबसे छोटे जुगताराम. बड़े बेटे भूराराम ने कहा कि जब से यह बात सामने आई है मेरे पिताजी टेंशन में रहते हैं. मुझे बार-बार पूछते हैं कि उस फोटो का क्या हुआ. हटी कि नहीं. भाजपा वालों से निवेदन करता हूं कि मेरे पिताजी की फोटो हटा दें. हमारी बदनामी हो रही है.

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'कोई कुछ भी नहीं बोलेगा'

जब भाजपा जिलाध्यक्ष चंद्रप्रकाश शारदा से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये सभी पोस्टर स्टेट लेवल टीम से बनवाए गए हैं. इतना कहने के बाद जिलाध्यक्ष ने आगे कुछ भी कैमरे के सामने बोलने से मना कर दिया. उन्होंने सिर्फ कहा कि पार्टी से निर्देश है, हम इस विषय पर कुछ नहीं बोलेंगे. हो सकता है कि पोस्टर वाला फोटो और किसान दोनों अलग-अलग हो.

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कांग्रेस ने बीजेपी को घेरा

इस मामले को लेकर अब कांग्रेस भी बीजेपी को घेर रही है. एनडीटीवी राजस्थान से बातचीत करते हुए कांग्रेस जिलाध्यक्ष उम्मेद सिंह तंवर ने बताया कि भाजपा हमेशा झूठ बोलती है और अब उनके झूठ का पर्दाफाश हो गया है. किसानों की जमीन नीलामी को लेकर उन्होंने झूठ बोला है और उस पोस्टर में जिस किसान का फोटो डाला गया है वो जैसलमेर के रहने वाले हैं. मेरी किसान से बात हुई है उनका कहना है कि इस पोस्टर पर उनकी फोटो आने से उनकी व परिवार की बदनामी हुई है. वो भाजपा पर मानहानि का दावा भी करेंगे. भाजपा हमश जनता को भ्रमित करती है, लेकिन कांग्रेस किसानों के सम्मान और हक की लड़ाई लड़ती है. कांग्रेस किसानों के साथ थी, है और आगे भी रहेगी. इस पूरे प्रकरण को लेकर अब राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कांग्रेस अब इस मुद्दे को लेकर भाजपा पर हमलावर है, तो वहीं चुनाव से पहले इस पोस्टर को मुद्दे को भुनाने का भी प्रयास कर रही है.