Rajasthan News: राजस्थान की कांग्रेस सरकार विकास के नाम का ढोल पीटने के साथ सत्ता वापसी के कसीदे गढ़ने में लगी है. जबकि दौसा जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र में से चार विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं, और चारों विधायकों को वोट मांगने पर मतदाताओं की बेरुखी झेलनी पड़ रही है. ऐसे दर्जनों वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. ताजा मामले का वीडियो दौसा जिले के बांदीकुई विधानसभा का है, जहां विकास के नाम पर जनता के बीच वोट मांगने गए विधायक गजराज खटाना को उल्टे पांव लौटना पड़ गया. इस वीडियो में ग्रामीण स्पष्ट रूप से विधायक गजराज खटाना पर जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करने का आरोप लगाते नजर आ रहे हैं.
दौसा जिले सहित राजस्थान भर चुनाव में तमाम पार्टी प्रत्याशी अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार के लिए गांव-गांव ढाणी ढाणी में अपने विकास कार्यों का ढोल बजाते हुए अपनी पार्टी के पक्ष में वोट मांगने जा रहे हैं. जहां कहीं नेताओं का स्वागत होता है, तो कहीं हाय हाय और मुर्दाबाद के नारो से इलाका गूंज सुनाई दे रही है. बांदीकुई के कांग्रेस प्रत्याशी गजराज खटाना के खिलाफ शनिवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी वायरल हो रहा है. वे काटरवाड़ा गांव में अपने द्वारा पिछले 5 सालों में किए गए विकास का ढिंढोरा पीटते हुए वोट मांग रहे थे. लेकिन ग्रामीण उनका विरोध करते हुए खरी-खोटी सुनाने लगे कि पांच साल गुजर गए, लेकिन उन्होंने कार्यकाल में पानी लाने का वादा किया था फिर भी पानी की समस्या का सामाधान नहीं किया गया.
उल्टे पांव दौड़े विधायक
फिर क्या था, ग्रामीणों ने विधायक गजराज खटाना हाय-हाय और मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिए और वीडियो वायरल हो गया. इस वायरल वीडियो में ग्रामीणों ने कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी गजराज खटाना पर महिलाओं से जाति सूचक शब्दों द्वारा अपमानित करने का भी आरोप लगाया. जिसके चलते एससी मतदाता कांग्रेस प्रत्याशी गजराज खटाना के विपक्ष में लामबंद होने लगे तो ग्रामीणों की नाराजगी बढ़ती देख विधायक जी आर खटाना अपने समर्थकों के साथ उल्टे पाव लौटते नजर आए. जिसके चलते विधानसभा बांदीकुई के एससी मतदाताओं में विधायकों के खिलाफ आक्रोश पैदा हो गया.
मायावती ने की थी जनसभा
कहीं न कहीं ये आक्रोश चुनावी समीकरण भी प्रभावित कर सकता है? क्योंकि शनिवार को दौसा के दौरे पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती का चुनावी दौरा बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र में था. यहां उन्होंने यहां एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर दलित वर्गों के लोगों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. इस बयान के बाद अब यह वायरल वीडियो आग में घी का काम करता नजर आ रहा है. हालांकि काटरवाड़ा गांव का यह मामला थाने तक नहीं पहुंचा है, जिसकी पुष्टि बसवा थानाधिकारी हवा सिंह करते हुए कहा है कि इस तरह का कोई भी मामला थाने में दर्ज नहीं है.