राजस्थान में बनेगी बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार, मिलेगी कांग्रेस के जंगलराज से मुक्ति: दीया कुमारी

भाजपा द्वारा जारी की गई 41 उम्मीदवारों की पहली सूची में पूर्व शाही परिवार के सदस्य को जयपुर की विद्याधर नगर सीट से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है. इस सूची में दीया कुमारी समेत कुल सात भाजपा सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. 

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दीया कुमारी (फाइल फोटो)

जयपुर:

राजसमंद सांसद दीया कुमारी ने सोमवार को कहा कि भाजपा राजस्थान में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी और लोगों को जंगल राज, महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार और तुष्टिकरण की राजनीति से मुक्ति मिलेगी. साथ ही, उन्होंने पार्टी नेतृत्व को उन पर विश्वास जताने और जयपुर से मौका देने के लिए धन्यवाद दिया. बता दें, जयपुर सांसद दीया कुमारी का गृहनगर भी है.

गौरतलब है सोमवार को भाजपा द्वारा जारी की गई 41 उम्मीदवारों की पहली सूची में पूर्व शाही परिवार के सदस्य को जयपुर की विद्याधर नगर सीट से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया है. इस सूची में दीया कुमारी समेत कुल सात भाजपा सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सूचीबद्ध किया गया है. 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाएगी. राजस्थान के लोगों को कांग्रेस सरकार के जंगल राज, महिला अत्याचार, भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति से मुक्ति मिलेगी.

दीया कुमारी

भाजपा सांसद, राजसमंद

उन्होंने आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव-2023 के लिए विभिन्न सीटों पर घोषित भाजपा उम्मीदवारों को बधाई दी और भारी जीत की कामना की. उन्होंने कहा, राजस्थान में भाजपा को निश्चित तौर पर अभूतपूर्व जनाधार मिलेगा और परिवर्तन का कमल खिलेगा.

चुनाव आयोग ने सोमवार को राजस्थान समेत कुल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया है. राजस्थान में एक चरण में आगामी 23 नवंबर को मतदान होना है और 3 दिसंबर को मतगणना कराई जाएगी. हालांकि 23 नवंबर को देवउठनी एकादशी होने के चलते प्रदेश में मतदान की तारीखों को लेकर विरोध शुरू हो गया है.

अंतरराष्ट्रीय हरिशेवा धाम के महंत और महामंडलेश्वर हंसराम ने चुनाव आयोग से मांग की है कि 23 नवंबर के स्थान पर चुनाव की तारीख बदलकर आगे या पहले करें, ताकि आमजन धार्मिक पर्वों में भागीदारी कर सकें. देवउठनी एकादशी के दौरान शादी विवाह और मांगलिक कार्य होंगे. इसी दौरान अजमेर जिले के पुष्कर में अंतराष्ट्रीय मेला भी होता है, ऐसे में मतदान प्रक्रिया पर असर पड़ेगा.

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यही नहीं, राजस्थान में 23 नवंबर को देवउठावनी एकादशी पर 50 हजार से अधिक शादियां होने की संभावना जताई गई है. देवउठावनी एकादाशी के दिन को शादियों के लिए सबसे पसंदीदा अवसर माना जाता है.जानकारों का मानना है कि इससे राज्य में मतदान प्रतिशत प्रभावित हो सकता है, जहां चुनाव विभाग ने सभी 51,756 मतदान केंद्रों पर 75 फीसदी मतदान का लक्ष्य रखा है. 

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