Rajasthan News: दो दिन पहले दिल्ली में हुई कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) कल दिनभर दिल्ली में रहे. इस दौरान उन्होंने पार्टी के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की, और फिर वे जयपुर के लिए रवाना हो गए. कहा जा रहा है कि राजस्थान से जुड़े विधायकों के इस्तीफे प्रकरण में शांति धारीवाल, महेश जोशी, धर्मेंद्र राठौड को केंद्रीय आलाकमान ने जो नोटिस भेजे थे, उस मामले में भी चर्चा की गई है. जिसके बाद कांग्रेस महासचिव और कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य अजय माकन (Ajay Maken) ने इन तीनों नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट देने की सिफारिश खुद ही कर दी है.
बंद कमरे में डेढ़ घंटे का मुलाकात
ये तीनों नेता आगामी विधानसभा चुनाव के लिए टिकट की मांग कर रहे हैं, जिनमें शांति धारीवाल और महेश जोशी वर्तमान कांग्रेस सरकार में मंत्री हैं. शांति धारीवाल संसदीय कार्य मंत्री और यूडीएच मंत्री हैं. महेश जोशी पीएचईडी मंत्री हैं. जबकि धर्मेंद्र राठौड आरटीडीसी अध्यक्ष हैं, जिन्हें राज्य मंत्री का दर्जा है. इन नेताओं के टिकट पर संकट बताया जा रहा था. लेकिन, दिल्ली में हुई बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अजय माकन की करीब डेढ़ घंटे बंद कमरे में मुलाकात हुई. इसके बाद बताया जा रहा है कि माकन ने पिछली बातों को भुलाकर इन नेताओं को टिकट देने की सिफारिश की है.
1 साल पहले बिगड़ गई थी बात
गौरतलब है कि बीते वर्ष मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के विवाद के बीच 25 सितंबर 2022 को केंद्रीय पर्यवेक्षकों की जयपुर में सीएम निवास पर कांग्रेस विधायक दल के साथ बैठक होनी थी, जिसमें पर्यवेक्षक के तौर पर मल्लिकार्जुन खरगे और अजय माकन जयपुर पहुंचे थे. वहीं दूसरी तरफ मंत्री शांति धारीवाल के सरकारी आवास पर कांग्रेस विधायक इकट्ठा हुए और एक लाइन के प्रस्ताव का विरोध किया. कांग्रेस के मंत्री-विधायकों को भनक लग गई थी कि एक लाइन के प्रस्ताव में मुख्यमंत्री के बदलाव की रणनीति तय की जाएगी. कांग्रेस हाईकमान पर ये निर्णय छोड़ा जाएगा कि राजस्थान में मुख्यमंत्री कौन होगा? इसलिए सचिन पायलट को सीएम बनाने की तैयारी और आशंकाओं के बीच गहलोत का साथ दे रहे मंत्री-विधायकों ने उसी रात विधानसभा अध्यक्ष के निवास पर पहुंचकर उन्हें इस्तीफे सामूहिक रूप से सौंप दिए थे.
पायलट खेमे ने लगाए थे आरोप
इस मामले में तब मंत्री और मुख्य सचेतक महेश जोशी, मंत्री शांति धारीवाल और RTDC चेयरमैन धर्मेंद्र राठौड़ पर पार्टी के खिलाफ जाने के आरोप, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट और उनके खेमे के नेताओं ने लगाए थे. इस पर अजय माकन और मल्लिकार्जुन खरगे को बैरंग ही दिल्ली लौटना पड़ा था. उनकी रिपोर्ट के बाद पार्टी ने धारीवाल, जोशी और राठौड़ को कारण बताओ नोटिस भेजे थे. तभी से इन तीनों नेताओं के टिकट पर खतरा मंडरा रहा है. लेकिन अब अजय माकन की सिफारिश के बाद माना जा रहा है, इन्हें टिकट दिया जा सकता है. शांति धारीवाल और महेश जोशी खुद को टिकट नहीं दिए जाने पर अपने बेटों को टिकट देने की भी कर रहे थे. लेकिन विनेबिलिटी यानी जिताऊ होने के आधार पर माकन ने यह सिफारिश की है, ऐसा सूत्र बताते हैं.