राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ में 5 अक्टूबर को होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा से पहले अब केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और स्थानीय सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत राज्य सरकार पर हमलावर हो गए हैं. सोमवार शाम लूणी विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए शेखावत ने कहा, 'पिछले साढ़े चार साल में गहलोत सरकार के कारण प्रदेश की कानून व्यवस्था बदतर हुई है. प्रदेश में भंयकर अराजकता फैल गई है. माफियाराज पनप गया है. इस सरकार ने राजस्थान के किसानों और युवकों के साथ धोखा किया है. लेकिन इन्हें अब पता चल गया कि कांग्रेस सरकार दोबारा नहीं आएगी, इसलिए फ्री की योजनाएं ला रहे हैं. मगर आप अब धोखे में नहीं आना. इस बार गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकना है.'
देश के आधारभूत ढांचे में हुआ सुधार
इसके बाद केंद्रीय मंत्री शेखावत ने केन्द्र सरकार की योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राज में आधारभूत ढांचे में सुधार हुआ है. प्रतिदिन 35 किलोमीटर के हिसाब से नई सड़कें देश में बन रही है. सड़क, हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशनों का नवीनीकरण हो रहा है. देशभर में रेलवे के एक हजार नए स्टेशन बनाने का काम चल रहा है. नए एम्स बन रहे हैं. एक्सप्रेस वे बन रहे हैं. जोधपुर के एम्स में नए डेडिकेटेड ट्रोमा सेंटर बनाने का कार्य का शिलान्यास मोदी जी पांच अक्टूबर को करेंगे.'
गरीबो को मिल रहा लाभ
शेखावत ने कहा कि किसानों की फसल खराब हो गई, लेकिन सरकार कागजी खानापूर्ति में ही लगी हुई है. दूसरी तरफ मोदी सरकार है, जिसने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर गरीब को घर दिया. हर घर में शौचालय बनवाए. गरीबों के बैंक खाते खुलवाए. महिलाओं को उज्जवला योजना में गैस सिलेंडर दिया. इधर गहलोत कहते हैं कि उनकी सरकार 500 रुपए में सिलेंडर दे रही है. वे यह नहीं बता रहे कि 900 के सिलेंडर में 400 रुपए की सब्सिडी तो मोदीजी ही दे रहे हैं.
'मनमोहन सिंह के राज में कई घोटाले'
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मनमोहन सिंह के राज में कई घोटाले हुए. विकास कार्यों में भेदभाव हुआ. मनमोहन सिंह कहते थे कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों का है. लेकिन मोदीजी कहते हैं कि पहला हक गांव, गरीब और शोषित का है. पिछल नौ साल में मोदी जी ने गरीब के जीवन में परिवर्तन कर बिना किसी भेदभाव के काम किया. इसका प्रभाव यह रहा कि पिछले पांच साल में साढ़े नौ करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ गए.
राज्य सरकार पर राजनीतिकरण का आरोप
शेखावत ने कहा कि मोदी ने 2019 में हर घर में पानी पहुंचाने का संकल्प लिया था. इसके तहत सबसे ज्यादा पैसा राजस्थान को (तीस हजार करोड़ रुपए) पिछले चार साल में दिए, लेकिन गहलोत सरकार ने इस मिशन में कोई काम नहीं किया. बल्कि इसका राजनीतीकरण कर दिया. पाइप लाइनें बिछाने में भी राजनीतिक हस्तक्षेप किया गया. जो पानी में राजनीति करेगा उसे भगवान भी माफ नहीं करेगा.