Rajasthan: भरतपुर के जंगी गांव के पास हुए हादसे में मरने वाले चारो एक ही परिवार के थे. रविवार को चारों को एक साथ चिताएं जलीं. गांव में सन्नाटा था और चीखने की आवाजें सुनाई दे रही थीं. हर किसी की आंखें नम थीं. रविवार को गांव में लोगों के घर चूल्हे नहीं जले. गांव का हर कोई गमजदा था. परिवार के लोगों को गांव वालें ढांढस बंधा रहे थे. नगला जंगी गांव में चंबल पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा था. तभी हादसा हुआ. मिट्टी में एक ही परिवार के 10 लोग दब गए थे.
सभी आंखें नम थीं
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी थाना क्षेत्र के उत्तू गांव में एक ही परिवार के चार सदस्यों की दर्दनाक मौत के बाद गांव में मातम छा गया। हादसे के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई और लोगों की आंखें नम हो गईं. मृतक अनुकूल पुत्र विजेंद्र सिंह (24 वर्ष), विमला श्रीपति (45 वर्ष), योगेश कुमारी (25 वर्ष) पत्नी अमित कुमार और विनोद पत्नी मुंशीलाल (55 वर्ष) थे. ग्रामीणों ने मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें इस दुख की घड़ी में साथ देने का आश्वासन दिया. मृतकों के परिवार वाले सदमे में हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है.
मौत की सूचना गांव के लोग इकट्ठा हो गए.
दो लोगों का चल रह इलाज
उच्चैन उपखंड के ग्राम नगला जंगी में चम्बल पेयजल प्रोजेक्ट की पाइप लाइन डालने के लिए खोदी गई नाली में चिकनी मिट्टी थी, जिसको घरेलू उपयोग चूल्हा, आंगन की लिपाई के काम लेने के लिए रविवार सुबह साढ़े 7 बजे के आस आपस गांव उत्तू के लोग आये थे. नाली में मिट्टी गीली होने के कारण खोदते समय ढाय गिर जाने से 10 जने दब गए थे, जिनमें 4 जनों की मौत हो गई. 2 जनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. अन्य लोगों चार लोगों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
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