10 लाख में दलित... 20 लाख में ब्राह्मण लड़की, पीड़ित छात्रा ने बताया आरोपियों के नापाक मंसूबे और ब्लैकमेल कांड की पूरी कहानी

Rajasthan News: ब्यावर जिले के बिजयनगर थाना क्षेत्र में स्कूल छात्राओं के शारीरिक शोषण और ब्लैकमेल करके धर्मपरिवर्तन केस में नए नए राज सामने आ रहे हैं. कई महीनों से चल रहा ये कांड कैसे शुरू हुआ, इसकी पूरी कहानी एक पीड़ित छात्रा ने बताई...

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ब्यावर के बिजयनगर में ब्लैकमेल कांड की कहानी

राजस्थान में अजमेर संभाग के बिजयनगर थाना क्षेत्र में स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियों को जाल में फंसाकर शारीरिक शोषण और धर्मपरिवर्तन के लिए ब्लैकमेलिंग से जुड़े मामले में हर रोज चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. इस ब्लैकमेल कांड के आरोपी सोहेल हुसैन और मोहम्मद लुकमान ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उन्होंने छात्राओं को मोबाइल दिए और उनको बहलाने-फुसलाने की कोशिश की. ब्यावर जिले में हुए इस ब्लैकमेल कांड में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि नाबालिग आरोपी हिरासत में लिए गए. मंगलवार को कोर्ट ने 5 आरोपियों को पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.

जाल में फंसाने के लिए अपनाए नए-नए तरीके

पुलिस के अनुसार, आरोपी करीम ने सबसे पहले स्कूली छात्राओं से संपर्क किया और उन्हें अपने जाल में फंसाने की शुरुआत की. इसके बाद सोहेल और लुकमान ने स्कूली बच्चियों को ले जाने की योजना बनाई. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि छात्राओं को फंसाने के लिए उन लोगों ने अलग-अलग तरीके अपनाए.

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एक पीड़ित छात्रा के मामा ने NDTV से बातचीत में बताया कि बच्ची स्कूल में जाती तो लड़के परेशान करते थे. पर्ची में नंबर लिखकर रास्ते में फेंक देते. कुछ दिनों बाद लड़कों ने बच्ची को धमकाना शुरू कर दिया. एक छोटा मोबाइल फोन मिला, उससे लड़के बात करते थे और नई-नई गाड़ी दिखाकर धर्मपरिवर्तन के लिए बच्ची का माइंडवाश करना शुरू कर दिया.

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पीड़िता के मामा का कहना है कि लड़के बच्ची को रोजा रखने, इस्लाम कबूल करने के लिए कहते. लड़के बच्चियों का शोषण कर रहे थे और मारपीट करके धमकाते भी थे. हमारी बच्ची के हाथ पर कट के निशान हैं.  

लड़के हर रोज लाते अलग-अलग गाड़ी

शारीरिक शोषण और ब्लैकमेलिंग की शिकार एक पीड़िता ने NDTV से बातचीत में कहा कि अपने जाल में फंसाने के लिए लड़के हर रोज नई-नई गाड़ियां लेकर आते थे. कभी कार, कभी बुलेट... अलग-अलग गाड़ियां होती थीं. छात्रा ने कहा, "उन लोगों ने एक बार बोला था कि ब्राह्मण की छोरी को बेचेंगे तो 20 लाख रुपये मिलेंगे और तुझे (दलित) बेचेंगे तो 10 लाख रुपये मिलेंगे."

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उन लड़कों से कैसे दोस्ती हुई और इस ब्लैकमेल कांड की शुरुआत कैसी हुई, इसको लेकर पीड़िता ने बताया कि सोहेल मंसूरी नाम का लड़का हमारे स्कूल से घर तक पीछा करता था. उसने करीब 15 दिनों तक ऐसा किया. रास्ते में नंबर लिखकर चिट्ठियां फेंकता. एक दिन मैंने उसको कॉल किया और बात की तो उसने मिलने बुलाया. फिर मैं कैफे में मिलने भी गई, तो वहां पर मेरे साथ गलत हुआ. वहां पर सोहेल मंसूरी के दोस्त भी थे. उसने वहां पर मेरी फोटो निकाल ली और इसके बाद वह मुझे टॉर्चर करने की लगा कि मेरी अपनी फ्रेंड से बात करवा. 

बात करने के लिए दिया मोबाइल

उसने मुझे छोटा मोबाइल दिया, जिससे हम बात करने लगे. सोहेल मुझे धमकियां देने लगा कि अगर किसी से बता दिया तो तुझे और तेरे घरवालों को मार डालेंगे. फिर मैंने किसी को बताया नहीं और अपनी फ्रेंड्स से सोहेल और उसके दोस्त रियान, जावेद, अमन से बात कराई. रियान मंसूरी और हकीम कुरैशी इसका मेन लीडर है. हकीम कहता था कि मैं भगाने में साथ दूंगा.

बातचीत के दौरान अक्सर ये धमकाते थे. कुछ मिलाकर भी दिया पीने के लिए. फिर मुझे कुछ समझ नहीं आया ये जो कहते गए, मैं करती गई. धीरे-धीरे मेरी डेली बातचीत होने लगी और मुझे बुरका पहनने के लिए टॉर्चर करने लगे. मस्जिद में 5 नमाज होती है, उसके बारे में बताया. रोजा आ रहे हैं, रोजा करने के लिए बोला. कैसे करना है, ये सब बताया. मेरे मामा को मारने की धमकी दी. रोजा करने से मना करने पर उन लोगों ने मेरे से मार पीट की और ब्लेड से हाथ पर चीरा लगाया. 

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