Rajasthan Election 2023: नामांकन के आखिरी दिन BJP ने बदला अपना प्रत्याशी, मसूदा विधानसभा से अब कानावत लड़ेंगे चुनाव

भाजपा देहात के पूर्व जिला अध्यक्ष नवीन कुमार शर्मा ने बताया कि जिस व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया गया है उसने अपनी जाति छुपाई है और पूर्व में ये निर्दलीय भी चुनाव लड़ चुके हैं. आखिर क्यों इन्होंने अपनी जाति को छुपाया है?

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Rajasthan Assembly Election 2023: मसूदा विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रहे अभिषेक सिंह चौहान (Abhishek Singh Chauhan) के ऊपर तथ्यों को छुपाने का आरोप है, इसलिए उनका नाम बीजेपी आलाकमान ने काट दिया है. अब उनकी जगह पर मसूदा से पूर्व प्रधान वीरेंद्र सिंह कानावत (Virendra Singh Kanawat) को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. यह जानकारी देहात भाजपा अध्यक्ष देवी शंकर भूतड़ा ने सोमवार सुबह दी है.

आज विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिन करने का आखिरी दिन है. ऐसे में आज ही दोपहर 3 बजे से पहले मसूदा विधानसभा से भारतीय जनता पार्टी के नए प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह कानावत को नामांकन पर्चा दाखिल करना होगा. आपको बता दें कि मसूदा विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशी अभिषेक चौहान मेहरात को लेकर राजपूत समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश देखा गया था. बिजयनगर में सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ता व आमजन ने सथाना बाजार में प्रत्याशी का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी कर विरोध जताया था.

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अभिषेक को बता चुके पैराशूट उम्मीदवार

आमजन व भाजपा कार्यकत्ताओं ने बताया कि भाजपा प्रत्याशी अभिषेक का मसूदा क्षेत्र से कोई लेना देना नहीं है. ये क्षेत्र में नहीं देखे गए और फिर भी भाजपा ने इनको किस आधार पर प्रत्याशी बनाया है. ये समझ से परे है, जिसे लेकर भारी आकोश व्याप्त है. भाजपा देहात के पूर्व जिला अध्यक्ष नवीन कुमार शर्मा ने बताया कि जिस व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया गया है उसने अपनी जाति छुपाई है और पूर्व में ये निर्दलीय भी चुनाव लड़ चुके हैं. आखिर क्यों इन्होंने अपनी जाति को छुपाया है? वहीं पुराने रिकॉर्ड में इनकी जाति मेहरात है, जिसको लेकर बिजयनगर के भाजपा के सभी पार्षद सभी भाजपा मसूदा विधानसभा के मंडल के पदाधिकारी पालिकाध्यक्ष सभी ने इकट्ठे होकर पार्टी के इस निर्णय का भारी विरोध किया है और अभी भी समय रहते पार्टी के प्रत्याशी को बदलने की मांग की है.

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अपनी पार्टी से चुनाव लड़ेगा पलाड़ा परिवार

उधर, अजमेर जिला प्रमुख पलाड़ा के पति भंवर सिंह पलाड़ा भारतीय जनता पार्टी से निष्कासित हैं और वह लगातार मसूदा से देवदारी कर रहे थे. पदाधिकारी रहे बड़े बेटे शिवराज सिंह पलाड़ा ने भी भाजपा से देवदारी की, मगर बीजेपी पार्टी ने पिता-पुत्र का टिकट दिया. अब पलाडा परिवार अजमेर जिले की आठों विधानसभा सीट से अपनी पार्टी 'राष्ट्रीय जन शौर्य' से उम्मीदवार उतार कर भाजपा को नुकसान पहुंचा सकती है.

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