Rajasthan: 'भाजपा का मक़सद अम्बेडकर जयंती को बाधित करना था'' बीजेपी नेता से झड़प होने के बाद बोलीं इंदिरा मीणा 

इंदिरा मीणा ने कहा कि वह व्यक्ति नशे में था और इसलिए वह उसे कार से उतारना चाह रही थीं ताकि सबको सच्चाई पता चल सके. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके फोन नहीं उठाए और न ही उनसे अब तक कोई संपर्क किया.

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Indira Meena: बौंली कस्बे में डॉ. अम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर तनावपूर्ण माहौल के दौरान हुवे विवाद के दौरान विधायक इंदिरा मीणा  द्वारा भाजपा मंडल अध्यक्ष से छीना-झपटी और मारपीट की घटना सामने आई. इसके बाद बामनवास विधायक इंदिरा मीणा ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर भाजपा कार्यकर्ताओं, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों और मीडिया पर जमकर निशाना साधा और सभी को डॉ. अम्बेडकर विरोधी करार दिया.

''वह व्यक्ति ठेकेदारों से पैसे वसूल रहा है''

लाइव वीडियो में इंदिरा मीणा ने भाजपा मंडल अध्यक्ष की एक क्लिप दिखाते हुए कहा कि देखिए वह व्यक्ति किस प्रकार की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है. उन्होंने कहा कि यही वह व्यक्ति है जिसे वह कार से नीचे उतारने का प्रयास कर रही थीं, और जिसे भाजपा और मीडिया अभद्रता बताकर उनकी छवि खराब कर रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति ठेकेदारों से पैसे वसूल रहा है और भाजपा इस तरह के लोगों का समर्थन कर रही है.

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मीडिया पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया

इंदिरा मीणा ने आगे कहा कि वह व्यक्ति नशे में था और इसलिए वह उसे कार से उतारना चाह रही थीं ताकि सबको सच्चाई पता चल सके. उन्होंने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके फोन नहीं उठाए और न ही उनसे अब तक कोई संपर्क किया. उन्होंने मीडिया पर भी पक्षपात करने का आरोप लगाया और कहा कि मीडिया यह नहीं बता रही कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने पट्टिका तोड़ी और पुलिस ने उसे अंदर क्यों रखा. उन्होंने यह भी कहा कि मौके पर कोई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद नहीं था.

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शासन ने जानबूझकर इस घटना को नजरअंदाज किया

विधायक ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन ने जानबूझकर इस घटना को नजरअंदाज किया ताकि डॉ. अम्बेडकर जयंती को बाधित किया जा सके. उन्होंने कहा कि वहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मी सही बात बोलना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें धमकाकर चुप करवाया गया. उन्होंने दावा किया कि इस पूरे घटनाक्रम का उद्देश्य बौंली जैसे शांतिपूर्ण इलाके में दंगा भड़काना और अम्बेडकर जयंती को बाधित करना था.

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