Rajasthan Budget Session 2025:'सरकार कर रही करप्शन में लिप्त अफसरों की पोस्टिंग' कालीचरण सराफ ने अपनी ही सरकार पर लगाए आरोप 

मंत्री गोतम कुमार ने विधानसभा में कहा कि अब तक 10 अधिकारियों को निलंबित किया गया है और कई कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने करप्शन के आरोपों के बाद भी कई अधिकारियों को फील्ड फील्ड पोस्टिंग देने के आरोप लगाए. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज प्रश्नकाल विपक्ष के हंगामे के बीच हुआ. कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के लगाए गए फोन टैपिंग के आरोपों को लेकर विपक्ष ने काली पट्टी बांधकर वेल में नारेबाजी की. विपक्ष ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की. हालांकि, हंगामे के बावजूद प्रश्नकाल की कार्यवाही जारी रही और जनहित से जुड़े कई मुद्दों पर सवाल-जवाब हुए.

सहकारी समितियों में हुए गबन पर सवाल

जयपुर से मालवीय नगर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक कालीचरण सराफ ने प्रदेश की सहकारी समितियों में हुए गबन को लेकर सवाल उठाया. कालीचरण सराफ ने कहा कि सरकार ऐसे अफसरों की फिर से नियुक्ति कर रही है, जिन पर करप्शन के चार्जेज हैं. इस पर मंत्री गोतम कुमार ने जवाब दिया कि कांग्रेस सरकार के दौरान हुए घोटालों की जांच पूरी हो चुकी है और दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों पर कार्रवाई की गई है. अभी 273 मामले लंबित हैं, जिन पर जल्द ही कार्रवाई होगी.

अब तक 10 अधिकारियों को निलंबित किया गया है और कई कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं. उन्होंने करप्शन के आरोपों के बाद भी कई अधिकारियों को फील्ड फील्ड पोस्टिंग देने के आरोप लगाए. 

प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना की जांच की मांग 

विधायक गोपाल शर्मा ने सिविल लाइंस विधानसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत निर्माण को लेकर सवाल किया. इस पर UDH मंत्री ने झाबर सिंह खर्रा ने आवासों की स्थिति की जानकारी दी. गोपाल शर्मा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन के दौरान इस योजना को जनता तक नहीं पहुंचने दिया गया और इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने सदन में हो रही नारेबाजी पर भी आपत्ति जताई.

Advertisement

शिक्षा व्यवस्था और रिक्त पदों पर बहस

विधायक चंद्रभान सिंह चौहान ने चित्तौड़गढ़ विधानसभा क्षेत्र के स्कूलों में रिक्त पदों का मुद्दा उठाया और सवाल किया कि “इतने पद रिक्त क्यों हैं? क्या सरकार इन्हें भरना चाहती है या नहीं?” इस पर मंत्री मदन दिलावर ने जवाब देते हुए पिछली कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने बेतहाशा स्कूल खोले, लेकिन संसाधन उपलब्ध नहीं कराए, जिससे स्कूली बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.

मदन दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने अंग्रेजी माध्यम स्कूल ऐसे स्थानों पर खोले, जहां दूरियां अधिक थीं और परिवार अपने बच्चों को वहां भेजना नहीं चाहते थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शिक्षा विरोधी है और गांव के बच्चों को अनपढ़ रखना चाहती है, क्योंकि पढ़े-लिखे लोग कांग्रेस के भ्रष्टाचार की पोल खोल देंगे.

Advertisement