Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी में 7 साल के मासूम की हाई डोज इंजेक्शन लगाने से मौत का मामला सामने आया है. मौत के बाद परिजनों ने आक्रोश देखा में आकर अस्पताल में हंगामा कर दिया. सूचना पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची जहां परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही करने का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट पुलिस को सौंपी है. पुलिस ने पूरे मामले में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. घटना के दौरान परिजनों और पुलिस में हुई वार्ता के दौरान परिजनों ने कहा कि हाई डोज का इंजेक्शन लगाने से मासूम की मौत हुई है जिस पर तुरंत कार्रवाई की जाए ताकि ऐसी घटना दोबारा घटित नहीं हो.
इंजेक्शन लगाने के बाद बच्चे को आने लगी उल्टी
कोतवाली थाना के एसआई अवधेश शर्मा ने बताया की रायथल थाना क्षेत्र के कनाहेड़ी गांव निवासी 7 वर्षीय बालक की आज गुरुवार को खोजा गेट रोड स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ के घर पर इलाज के दौरान मौत हो गई. परिजनों का कहना है कि वह 7 वर्षीय कुंज पुत्र हंसराज को खोजा गेट रोड़ स्थित शिशु रोग विशेषज्ञ के घर पर दिखाने लेकर आए थे. चिकित्सक ने कुंज को देखने के बाद वहां मौजूद चिकित्सा कर्मियों से उसे इंजेक्शन लगाने को कहा. इंजेक्शन लगाने के दौरान बच्चे अचानक उल्टी करने लगा और बेहोश हो गया. चिकित्सक ने उसे सरकारी अस्पताल में ले जाने की बात कही जब उसे सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे तो वहां मौजूद डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
प्रदर्शन की चेतावनी के बाद दर्ज हुई रिपोर्ट
परिजन हेमराज मीणा ने बताया कि मासूम को बुखार होने की शिकायत पर हम निजी चिकित्सक को दिखाने के लिए पहुंचे थे. बच्चा खुद बात करते हुए अस्पताल हमारे साथ आया था. निजी चिकित्सक ने 500 एमजी का हाई डोज वाला इंजेक्शन उसके टिकट पर लिखा जिसे हम मेडिकल स्टोर से ले आए. वहां मौजूद कंपाउंडर ने मासूम को इंजेक्शन लगा दिया इसके बाद ही रिएक्शन होने लगा और उल्टी होने के साथ ही उसकी तबीयत बिगड़ गई. हम सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे तो उसकी मौत हो चुकी थी. उन्होंने कहा, पूरे मामले में चिकित्सक ने लापरवाही बरती और हाई डोज वाला इंजेक्शन लगाने से मासूम की मौत हुई है और बचने के लिए हमें जिला अस्पताल भेज दिया ताकि मामला रफा दफा हो जाए. हमने अस्पताल में विरोध जताया और शव रखकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन की चेतावनी दी. तब जाकर कोतवाली थाना पुलिस ने हमारी रिपोर्ट ली और मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने की मांग की जिस पर अस्पताल अधीक्षक में मेडिकल बोर्ड की नियुक्ति कर पोस्टमार्टम करवाया है.
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई
कोतवाली थाने के एसआई अवधेश कुमार ने कहा कि पूरे मामले में मेडिकल बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया है. जांच की जा रही कि आखिरकार क्या हुआ था. परिजनों के आरोप के अनुसार कंपाउंडर ने जो इंजेक्शन लगाया था उसे भी जब्त किया गया है. साथ में डॉक्टर द्वारा टिकट पर लिखे गए इंजेक्शन वाले टिकट को भी जब्त किया गया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसे पर कार्रवाई की जाएगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट का भी इंतजार है.