Rajasthan By-Election: जीत के लिए कांग्रेस ने चला हरसंभव दांव, बीजेपी नेता की पत्नी पर जताया भरोसा; बाग़ी महिला नेता को भी बनाया उम्मीदवार

Rajasthan By-Election: राजस्थान विधानसभा की सात सीटों के उपचुनावों पर भाजपा के छह टिकटों के जवाब में कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं.  

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Rajasthan By-Election: भाजपा ने भाजपा की ओर से अभी तक चौरासी सीट पर उम्मीदवार बाक़ी है. बिना किसी गठबंधन के चुनाव लड़ रही कांग्रेस की जारी सूची में परिवारवाद की छाप नज़र आती है तो वही दो महिलाओं को टिकट देकर आधी आबादी को साधने की कोशिश की गई है.  सात नामों में एक मुस्लिम चेहरा है तो जातीय समीकरणों के ज़रिये भाजपा की मजबूत टिकटों की काट भी  तलाशने की कवायद है.  लिस्ट में भाजपा के क़रीबी रहे नेताओं को भी मौक़ा मिला है तो वहीं कांग्रेस से बग़ावत करके चुनाव लड़ने वाली महिला नेता को भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है.  यानी भाजपा की रणनीति की तर्ज़ पर कांग्रेस का भी पूरा फ़ोकस जिताऊ प्रत्याशी पर ही रहा है.  

कांग्रेस ने भी दो नेता पुत्रों को दिया टिकट 

भाजपा ने दो सीटों पर नेताओं के परिजनों को टिकट दिया तो वहीं कांग्रेस ने भी दो नेता पुत्रों को चुनावी मैदान में उतार दिया है.  भाजपा सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा दौसा से उम्मीदवार बने तो सलूम्बर सीट से दिवंगत विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांति मीणा को टिकट मिला था.  कांग्रेस ने रामगढ़ सीट से सहानुभूति कार्ड खेलते हुए दिवंगत विधायक जुबेर ख़ान के बेटे आर्यन ख़ान और झूंझनू सीट से विधायक से सांसद बने बृजेंद्र ओला के बेटे अमित ओला को उम्मीदवार बनाया है.  

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कांग्रेस ने दो महिलाओं को दिया मौका 

कांग्रेस ने सात सीटों में से दो महिलाओं को  भी मौक़ा दिया है जिनमें सलूम्बर सीट से कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वाली रेशम मीणा को टिकट मिला है.  रेशम मीणा सराड़ा की प्रधान भी रही हैं.  उनका मुकाबला भाजपा की शांति मीणा से होगा.  2018 में रेशमा मीणा को कांग्रेस से टिकट नहीं मिला और वो निर्दलीय चुनाव लड़ीं, जिस कारण कांग्रेस प्रत्याशी रघुवीर मीणा को हार का सामना करना पड़ा था.  भाजपा के विधायक अमृत लाल मीणा सलूंबर से जीते थे.  चुनाव के बाद रेशमा मीणा को कांग्रेस से निलंबित किया गया था.  प्रभारी मंत्री रामलाल जाट ने रेशमा मीणा को पुनः कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करवाई थी और अब कांग्रेस ने भी महिला के सामने महिला ही चुनावी मैदान में उतार कर बड़ा दांव खेल दिया है. 

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दौसा में SC और ST के बीच होगा मुकाबला 

कांग्रेस की सूची में दौसा सीट से राजस्थान सरकार के मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भाई जगमोहन मीणा के सामने DC बैरवा को उम्मीदवार बनाया है.  डीसी बैरवा पूर्व प्रधान है और उनकी पत्नी वर्तमान में सरपंच है.  सामान्य सीट कही जाने वाली दौसा से अब मुक़ाबला SC और ST वर्ग के बीच होगा.  ऐसे में इस सीट से सामान्य जाति के निर्दलीय उम्मीदवार की भी चुनाव लड़ने की पूरी संभावना है. 

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कांग्रेस ने बीजेपी नेता की पत्नी को दिया टिकट 

सबसे दिलचस्प टिकट कांग्रेस ने देवली उनियारा और खींवसर सीट से दिए हैं.  हनुमान बेनीवाल का मज़बूत गढ़ कहे जाने वाले की खींवसर में कांग्रेस ने भाजपा नेता सवाई सिंह चौधरी की  पत्नी रतन चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. अपनी पत्नी को टिकट मिलने के बाद सवाई सिंह चौधरी ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.  इसके अलावा देवली उनियारा सीट से विधायक से सांसद बने हरीश मीणा की सिफ़ारिश पर केसी को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है. 

चौरासी से कांग्रेस ने युवा चेहरे महेश रोत पर दांव खेला

KC मीणा के किरोड़ी लाल मीणा का स्वागत करते हुए फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. अब इस सीट से राजेन्द्र गुर्जर का मुकाबला कांग्रेस के के.सी.मीणा से  होगा.  हालाँकि इस सीट पर कांग्रेस के नेता नरेश मीणा बाग़ी होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं उनके चुनावी मैदान में उतरने से मुक़ाबला त्रिकोणीय हो जाएगा.  के सी मीणा हिंदुस्तान जिंक के इंजीनियर रह चुके हैं. इसके अलावा आदिवासी बेल्ट की अहम सीट चौरासी से कांग्रेस ने युवा चेहरे महेश रोत पर दांव खेला है.  महेश रोत NSUI और यूथ कांग्रेस में रहे हैं.  बड़ी बात ये है कि कांग्रेस ने सभी सातों सीटों पत्ते नए चेहरे उतारे हैं और तीन सीटें ऐसी हैं जहाँ पर सांसदों के परिजनों या उनके कहने पर टिकट दिया गया है लिहाज़ा जीत की ज़िम्मेदारी भी उन्हीं की तय की गई है. 

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