सलूंबर में बोट से वोट! टापुओं पर बसे हैं वोटर, एक टापू पर रहता है सिर्फ एक ही परिवार

Rajasthan Assembly By-Elections : सलूंबर की विश्व विख्यात जयसमंद झील के बीच लगभग 8 टापू हैं जिन पर लोग लंबे अरसे से बसे हैं. कई टापुओं में तो लोग रियासत काल से निवास कर रहे हैं.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan By Elections 2024: राजस्थान में 7 विधानसभा सीटों के उपचुनाव में वोटिंग हो रही है. इनमें सलूंबर की सीट भी शामिल है. यहां बीजेपी के विधायक अमृतलाल मीणा के निधन के बाद उपचुनाव करवाया जा रहा है. उपचुनाव में सलूंबर की सीट का चुनाव दिलचस्प हो गया है क्योंकि यहां इस बार मुकाबला त्रिकोणीय हो चुका है. यहां से बीजेपी ने अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को उतारा है. कांग्रेस ने रेशमा मीणा को टिकट दिया है. वहीं भारत आदिवासी पार्टी (BAP) की ओर से जितेश कटारा भी मैदान में हैं. सलूंबर में दिन के 11 बजे तक 25.26 प्रतिशत मतदान हो चुका है. सलूंबर के मतदान की खास बात ये रही कि यहां बहुत सारे मतदाता ऐसे हैं जो टापुओं पर रहते हैं, और वो एक बार फिर नावों पर बैठ कर सुबह-सुबह मत डालने आए.

जयसमंद झील में बसे हैं टापू

सलूंबर की विश्व विख्यात जयसमंद झील के बीच लगभग 8 टापू हैं जिन पर लोग लंबे अरसे से बसे हैं. कई टापुओं में तो लोग रियासत काल से निवास कर रहे हैं. इन टापुओं में 400 से ज़्यादा मतदाता हैं. इनमें लगभग 220 पुरुष और 185 महिला मतदाता हैं.

Advertisement

ये टापू भटवाड़ा, बाबा मंगरा, बीड़ा, मिंदोड़ा मंगरा, भागल मंगरी, मुडिया खेत टापू गामड़ी ग्राम पंचायत और पायरी व भैंसों का नामला टापू मैथूड़ी ग्राम पंचायत में स्थित हैं.

Advertisement

इनमें भटवाड़ा टापू ऐसा है जहां सिर्फ एक ही परिवार निवास करता है. इस परिवार में दो महिला और दो पुरुष मतदाता हैं.

Advertisement

मतदाताओं की शिकायत

इन टापुओं पर बसे मतदाताओं ने बताया कि वो लोग हर बार चुनाव में इसी तरह से नावों से वोट डालने आते हैं. यहां के जागरूक मतदाता इसी तरह से सरपंच, प्रधान, विधायक और सांसद के चुनाव में वोट डालते हैं. मतदान करने आए एक मतदाता ने बताया,"हम कई वर्षों से इस तरह ही जान जोखिम में डालकर मतदान करने आते हैं और लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी निभाते हैं."

हालांकि मतदाताओं की शिकायत है कि बतौर नागरिक वो तो अपनी ज़िम्मेदारी पूरी कर रहे हैं लेकिन सरकार और प्रशासन उनकी मुश्किलों पर ध्यान नहीं देता. एक मतदाता ने कहा,"आजादी के बाद से आज दिन तक हमारे टापू की ओर प्रशासन की नजर नहीं पड़ी जिससे आज भी हम मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. अगर कोई बीमार हो जाए तो इलाज के लिए हमें झील पार कर अस्पताल ले जाना पड़ता है, जिससे कई बार डर लगा रहता है."

Topics mentioned in this article