Rajasthan: सेंट्रल जेल से मिली थी CM भजनलाल शर्मा को शूट करने की धमकी, अधीक्षक समेत 3 अधिकारी सस्पेंड

Bhajanlal Sharma Death Threat: राजस्थान के सीएम को धमकी भरा कॉल मिलने के बाद से ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी. लेकिन जेल में बंद कैदी द्वारा इस हरकत के किए जाने का खुलासा होते ही सेंट्रल जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे.

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राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा.

Rajasthan News: जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में फोन करके राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) को जान से मारने की धमकी देने वाले शख्स की पहचान कर ली गई है. आरोपी का नाम मुकेश है, जो पिछले 5 सालों से पॉक्सो के मामले में जयपुर सेंट्रल जेल (Jaipur Central Jail) में बंद है. उसी ने अपने साथियों से फोन उधार लेकर सीएम को शूट करने की बात कही थी. धमकी देने के बाद उसने फोन को स्विच ऑफ कर अपने दोस्तों को लौटा दिया था.

दोस्तों से उधार मांगा था फोन

जब तकनीकी टीम ने धमकी देने वाले आरोपी के नंबर को ट्रेस किया तो पता चला कि उस वक्त आरोपी की लॉकेशन सेंट्रल जेल थी. इसके बाद पुलिस की टीम तुरंत सेंट्रल जेल के लिए रवाना हो गई, और वहां मौजूद सभी कैदियों की तलाशी लेने लगी. इस दौरान चेतन और राकेश के पास से फोन और सिम कार्ड बरामद हो गया. जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि सीएम को शूट करने की धमकी उनके दोस्त मुकेश ने दी थी. इसके बाद पुलिस ने मुकेश से पूछताछ की, जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

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24 घंटे में आरोपी को पकड़ा

जेल में बंद मुकेश ने पुलिस को बताया कि उसने अपने दोस्तों से एक कॉल करने के लिए फोन उधार लिया था. फोन मिलते ही उसने दोस्तों से कुछ दूर जाकर जयपुर पुलिस कंट्रोल रूम में कॉल मिला दी और धमकी भरे लहजे में राजस्थान के नए सीएम को शूट करके जान से मारने की धमकी दे डाली. इसके बाद फोन स्विच ऑफ करके दोस्तों को वापस लौटा दिया. इस बारे में दोस्तों को जानकारी तक नहीं लगने दी थी. हालांकि टेक्नोलॉजी की मदद से पुलिस 24 घंटे के भीतर ही आरोपियों तक पहुंच गई. 

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जेल अधीक्षक समेत 3 सस्पेंड

जेल में बंद कैदी द्वारा फोन का इस्तेमाल कर सीएम को धमकी देने के मामले से जयपुर सेंट्रल जेल में हड़कंप मच गया है, और जेल की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं. इस प्रकरण को लेकर जयपुर सेंट्रल जेल में बंद तीन कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. वहीं जेल की सुरक्षा में चूक के मामले में हेड वार्डन अजय सिंह राठौड़ और वार्डन मनीष कुमार यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं कार्यवाहक जेल अधीक्षक ओमप्रकाश पर भी गाज गिरी है. DG जेल भूपेंद्र कुमार दक ने आज सुबह उन्हें इस दायित्व से मुक्त कर दिया है. ओमप्रकाश अगस्त 2023 से कार्यवाहक जेल अधीक्षक का दायित्व संभाल रहे थे.

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