Rajasthan News: विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) के मौके पर राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने राज्य में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाभियान (Chief Minister Tree Plantation Campaign) शुरू करने का ऐलान किया. इस अभियान के तहत प्रदेशभर में 7 करोड़ पौधे लगाए जाएंगे, जिसमें से 3 करोड़ सरकारी भूमि, गोचर भूमि पर लगेंगे. सीएम ने कहा कि बाकी 4 करोड़ पौधे 3 करोड़ लोगों में रियायती दर पर बांटे जाएंगे. इससे राज्य में वृक्षारोपण योजना बढ़ाने में मदद मिलेगी.
'हमें कर्तव्य का भी बोध होना चाहिए'
सीएम ने आगे कहा, 'यह दिन पर्यावरण बचाने के संकल्प लेने को प्रेरित करता है. धरती माता ही एक मात्र आश्रय है. यह इस दिवस की थीम से पता चलता है. इसलिए हमें कर्तव्य का भी बोध होना चाहिए. भारतीय संस्कृति में पर्यावरण बचाने का संदेश दिया गया है. गोवर्धन की परिक्रमा पर्वतों को सम्मान देने की ओर इशारा करता है. हम नदी, पर्वत, पेड़ की पूजा करते हुए उसे संजोने का प्रयास करते हैं. राजस्थान का लोक पर्यावरण बचाने का संदेश देता है. हम नदियों को मां मानते हैं. राजस्थान वह धरा है, जहां पर्यावरण के लिए लोगों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है. मां अमृता देवी ने अपने परिजनों के साथ आहुति दी, यह कितना बड़ा बलिदान है. वह राजस्थान की थी. यह मिसाल दुनिया में कहीं नहीं मिलेगी, भारत में ही मिलेगी.'
'इस साल 1 लाख वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाएंगे'
मुख्यमंत्री शर्मा ने इस दौरान राजस्थान की परिस्थिति की विविधता का बयान और उसे बचाने की अपील भी की. उन्होंने कहा, 'हम 20-21 पर AC भी चलाते हैं और कंबल भी ओढ़ते हैं. इससे पर्यावरण का भारी नुकसान होता है. हम चादर न ओढ़ें, 25 पर AC चलाएं तो पर्यावरण को कम नुकसान होगा. प्रकृति के साथ संघर्ष नहीं, समन्वय. घी जाने से दिक्कत नहीं, पानी जाने से है. पानी अमूल्य संसाधन है. इसे बचाना हमारे सरकार की जिम्मेदारी है. हम इसके लिए कई प्रयास किए हैं. इस वर्ष 3500 करोड़ की राशि से 1 लाख से अधिक वाटर हार्वेस्टिंग प्लांट लगाए जाएंगे.
'अन्य शहरों में शुरू होगा फोरकास्टिंग सिस्टम'
सीएम ने आगे कहा, 'प्रधानमंत्री ने स्वच्छता का महाभियान चलाया. इससे बड़ा परिवर्तन हुआ है. गीले और सूखे कचरे का अलग पात्र घर घर में है. आज आप गलती करेंगे तो एक छोटा बच्चा भी आपको टोक देगा. एयर क्वालिटी मॉनिटरिंग तंत्र को दुरुस्त करने के लिए मंडल ने प्रयास किए हैं. खाली पदों को भरने का प्रयास किया है. जयपुर के लिए शुरू किए गए फोरकास्टिंग सिस्टम को और शहरों में शुरू किया जाएगा, इसकी उम्मीद है. 28 हजार 500 मेगावाट के अक्षय ऊर्जा के लिए केंद्र से MoU किया है. हम राज्य के शहरों के लिए 500 इलेक्ट्रिक बस उपलब्ध करा रहे हैं, जिससे प्रदूषण नहीं हो.