'चूल्हा मिट्टी का... पत्नी विधवा हुई ठाकुर की', हरीश चौधरी को कांग्रेस के दिग्गज नेता का जवाब

बायतु से विधायक हरीश चौधरी के ठाकुर वाले बयान पर कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह खचरियावास ने प्रतिक्रिया दी है.

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प्रताप सिंह- हरीश चौधरी

Rajasthan Politics: राजस्थान में बजट सत्र जारी है. गुरुवार को विधानसभा में बजट को लेकर कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी के बयान के बाद राज्य की सियासत गरमा गई है. गुरुवार (18 जुलाई) को सदन में उनके बयान को लेकर जमकर हंगामा देखने को मिला था. इसके बाद सत्ताधारी पक्ष का विरोध करने वाले निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी भी बीजेपी के साथ खड़े हो गए थे. अब अशोक गहलोत सरकार में मंत्री रहे कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह खचरियावास ने अपनी ही पार्टी के हरीश चौधरी के ठाकुर वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी है. प्रताप सिंह खचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) ने कहा कि कुआं सबकी प्यास मिटाता है, ऐसे ही ठाकुर सबके लिए अपनी गर्दन कटवाता है. 

हरीश चौधरी ने क्या कहा था?

दरअसल, बायतु से कांग्रेस विधायक हरीश चौधरी ने ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविता 'ठाकुर का कुआं' की कुछ पंक्तियां पढ़ते हुए बजट पर तीखा व्यंग्य किया.

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हरीश चौधरी ने कहा, ''बजट के अंदर दलितों, आदिवासियों और पिछड़ों की क्या स्थिति है, यह हम लोग ही महसूस कर सकते हैं. इस बजट को पढ़ने के बाद ओम प्रकाश वाल्मीकि की कविता याद आती है - "चूल्हा मिट्टी का, मिट्टी तालाब की, तालाब ठाकुर का. भूख रोटी की, रोटी बाजरे की, बाजरा खेत का, खेत ठाकुर का. बैल ठाकुर का, हल ठाकुर का, हल की मूठ पर हथेली अपनी. फसल ठाकुर की, कुआं ठाकुर का, खेत-खलिहान ठाकुर के. आपके लिए क्या है? गांव? शहर? देश?" बजट को देखकर तो लगता है कि यह बड़े-बड़े महल ठाकुरों के लिए है."

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'महल शौर्य और गाथा के प्रतीक'

हरीश चौधरी के इस बयान पर शिव सीट से विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने कहा, "कांग्रेस विधायक ने महल और किलों की बात की है तो मैं कहना चाहूंगा कि ये किले, यह महल शौर्य और गाथा के प्रतीक हैं. यह किले, ये महल अर्पण, समर्पण और तर्पण के प्रतीक हैं. जब कभी मुगल आक्रांताओं के हमले हुआ करते थे तो हमारी बहन-बेटियों की इज्जत बचाने के लिए यही किले और महल काम आया करते थे.  यह किले मुश्किल समय में उन शरणागतों को शरण देने के लिए काम आया करते थे."

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वहीं, कांग्रेस के दिग्गज नेता प्रताप सिंह खचरियावास ने भी हरीश चौधरी के बयान पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,"कुआं सबकी प्यास मिटाता है, ऐसे ही ठाकुर सबके लिए अपनी गर्दन कटवाता है. गांव में, चौराहे पर मरने की ताकत रखता है. वहीं, तो ठाकुर का कुआं है. क्या गुनाह कर दिया ठाकुर के कुएं ने. ठाकुर के कुएं ने सबसे बड़ा काम किया है, तो देश के लिए धरती मां के स्वाभिमान के लिए, धर्म के लिए और सच्चाई के लिए किया है."

प्रताप सिंह खचरियावास ने दिया जवाब

प्रताप सिंह ने हरीश चौधरी के बयान पर कहा, "चूल्हा मिट्टी का, मिट्ठी रणभूमि की, रणभूमि ठाकुर की, युद्ध देश का, देश सबका, तलवार की मुठिया ठाकुर की, सिर कटा ठाकुर का, माँ की कोख सुनी हुई ठाकुर की, पत्नी विधवा हुई ठाकुर की, बच्चे अनाथ हुए ठाकुर के."

प्रताप सिंह खचरियावास अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे. इस बार कांग्रेस ने उन्हें जयपुर सीट से लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था जहां से बीजेपी की मंजू शर्मा ने उन्हें भारी मतों से हराया.

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