Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान गुरुवार को कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने आदिवासी समाज के मुद्दे पर कई मांग रखी. इस दौरान उन्होंने सरकार से अनूठी मांग मांग कर डाली. उन्होंने सरकार से आदिवासियों के लिए आठ लीटर शराब घर पर रखने की छूट देने की मांग की है. उनकी इस मांग पर सदन में मौजूद अन्य सदन हंसने लगे.
'मूलभूत सुविधाओं से वचिंत आदिवासी लोग'
दरअसल, राजस्थान विधानसभा के दूसरे सत्र की कार्यवाही के दौरान डूंगरपुर से कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा सदन में आदिवासी समाज के मुद्दे पर बोलने आए. उन्होंने कहा कि आदिवासी की बात सब लोग करते हैं, लेकिन धरातल पर आदिवासी समाज के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. आदिवासी क्षेत्र की विशेष मांग है. जनसंख्या के आधार पर आरक्षण मिलना चाहिए. हम लोगों को 6 प्रतिशत आरक्षण अलग से दिया जाए. 70 साल हो गए आजादी को, लेकिन आदिवासी जहां पहले था. आज भी वहीं है.
गणेश घोघरा की मांग- जातिगत जनगणना हो
इसके साथ ही कांग्रेस विधायक ने जातिगत जनगणना की भी मांग की. ताकि पता चल सके कि वास्तविक आदिवासी कितने हैं. उसके आधार पर हमारी योजना बननी चाहिए और हमें आरक्षण मिलना चाहिए. इसके अलावा गणेश घोघरा ने कहा कि गांव में पांच-पांच दिन तक बिजली नहीं आ रही है. लेकिन बिजली के बिल लगातार आ रहे हैं. ऐसे में गांव में भी समय पर बिजली दी जाएं.
शराब को लेकर सरकार से की ये मांग
इसके बाद गणेश घोघरा ने कहा कि एक तरफ़ राजस्थान सरकार ने अंग्रेज़ी शराब की बड़ी-बड़ी दुकानें खोल रखी है. अमीर आदमी के लिए शराब उपलब्ध है, लेकिन आदिवासी बेल्ट में 1 या दो लीटर शराब भी किसी आदिवासी के पास मिल जाए तो पुलिस झूठा मुक़दमा बनाकर उसे पैसे वसूलती है. ऐसे में शादी-ब्याह, वार-त्योहार पर आदिवासियों को आठ लीटर महुए की शराब घर रखने की छूट दी जाए. इस पर सदन में मौजूद सदस्य हंसने लगें.
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