Rajasthan Politics: 'मुंह में राम, बगल में छुरी' मनरेगा का नाम बदलने पर कांग्रेस का विरोध

टीकाराम जूली ने कहा कि अभी राज्य सरकार ने एक साल में 15 हजार करोड़ का विकास कार्य करवाया है और 19 हजार करोड़ का तो ब्याज भरा है. राज्यों की हालत खराब है. ऐसे में मनरेगा की योजना में पैसा कहां से मिल पाएगा. 

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Rajasthan News: मनरेगा का नाम बदलने को लेकर जयपुर में कांग्रेस सांसद रंजीता रंजन और राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने केंद्र की बीजेपी पर सरकार पर जमकर हमला बोला है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि कांग्रेस इस लड़ाई को देश के हर कोने में जमीन पर लेकर जा रही है. यह लड़ाई सभी की है. इससे गरीबों का हक और अधिकार सरकार छीन रही है.

'40 प्रतिशत पैसा राज्य सरकार को देना पड़ेगा'

सांसद रंजीत रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मनरेगा कानून के तहत कि अब केंद्र सरकार योजना में केवल 60 प्रतिशत पैसा देगी, 40 प्रतिशत पैसा राज्य सरकार को देना पड़ेगा. यह योजना इसलिए आई थी कि गरीब राज्य, जहां ज्यादा पलायन होता है. वहां मजदूरों की मदद हो. इसी का नतीजा था कि पलायन रुका. साथ ही, रबी के सीजन में जब फसल की कटाई होती है. उस वक्त 60 दिन के लिए नई स्कीम में काम नहीं मिलेगा. इससे आप गरीबों का हक और अधिकार छीन रहे हैं. 

कांग्रेस अपने विरोध प्रदर्शनों के साथ जनमानस के साथ है. जिस तरह किसानों के काले कानून वापस लेने पड़े थे. इसी तरह ये मनरेगा के बदलाव जब तक वापस नहीं लेंगे, तब तक यह विरोध जारी रहेगा. वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मनरेगा का नाम बदलने को लेकर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि योजना में राज्यों का अनुपात बढ़ाकर गरीबों का हक छीना है. अभी राज्य सरकार ने एक साल में 15 हजार करोड़ का विकास कार्य करवाया है और 19 हजार करोड़ का तो ब्याज भरा है.

जब महात्मा गांधी को गोली लगी, उनके अंतिम शब्द हे राम थे. आप योजना का नाम बदलकर क्या करना चाहते हैं. भगवान राम तो तभी खुश हैं जब मजदूरों को काम मिले. मजदूर गरीब खुश रहे. आपने नाम बदलकर, मुंह में राम बगल में छुरी कहावत को चरितार्थ किया है. 

टीकाराम जूली ने आगे कहा कि राज्यों की हालत खराब है. ऐसे में मनरेगा की योजना में पैसा कहां से मिल पाएगा. इस सरकार की मंशा गरीब के लिए नहीं है. हम हर गांव, हर ढाणी में जाएंगे और इस मुद्दे को उठाएंगे. इस बदलाव से मजदूर वापस बंधुआ मजदूर बनेंगे. उनको पलायन करना पड़ेगा. उनका हक उनसे छीना जाएगा. ये लड़ाई मजदूरों के लिए हमें लड़नी है. कांग्रेस इस जनमानस की लड़ाई को लड़ेगी.

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'खिसियानी बिल्ली खंभा नोचेगी'

इसके अलावा नेशनल हेराल्ड केस सांसद रंजीता ने में कहा कि लगातार कांग्रेस नेताओं को फंसाने का काम किया गया. हमारे नेताओं को परेशान किया, लेकिन अब कोर्ट का फैसला आया है. कोर्ट ने हमारे पक्ष में फैसला दिया. जिसने शिकायत की, वहीं भाग गया. आज कोर्ट के फैसले से पूरा देश देख रहा है. ईडी, सीबीआई सभी संस्थानों का जो प्रयोग हमारे नेताओं को डराने के लिए यह पूरा देश देख रहा है. हमें ये एहसास था कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचेगी. आप कहीं भी जाए सच, सच ही रहेगा. हम ना पहले डरे थे ना अब डरेंगे. 

आज दिल्ली हाईकोर्ट से जो नेशनल हेराल्ड मामले में नोटिस मिला है. इस पर जवाब दिया है. हमें ये एहसास था कि खिसियानी बिल्ली खंभा नोचेगी. आप कहीं भी जाए सच, सच ही रहेगा. सुप्रीम कोर्ट, हाइकोर्ट आप जहां जाइए सत्य को नहीं परेशान कर पाएंगे. हम ना पहले डरे थे, ना अब डरेंगे. हमारे नेता राहुल गांधी 60 घंटे तक पूछताछ में शामिल हुए. अध्यक्ष खड़गे जी को पूछताछ के लिए आपने बुलाया. हम उसके लिए तैयार हैं, लेकिन इससे सच नहीं बदलेगा.

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