राजस्थान: अजमेर दरगाह परिसर के हालात को लेकर राज्यपाल से मिला प्रतिनिधिमंडल

Ajmer Dargah: मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि इस बारे में बार-बार दी गई चेतावनियों को नजरअंदाज किया गया, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरा है.

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अजमेर में ख़्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती की दरगाह जर्जर हालात में है.

Ajmer Dargah News: राजस्थान में मुस्लिम नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने शनिवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागडे से मुलाकात कर अजमेर शरीफ दरगाह परिसर के कथित तौर पर बिगड़ते हालात को लेकर तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया. प्रतिनिधिमंडल ने दरगाह समिति और इसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) बिलाल खान पर इमारत के रखरखाव में उपेक्षा का आरोप लगाया.

प्रतिनिधमंडल ने आरोप लगाया कि हाल ही में हुई बारिश के कारण दरगाह की छत व सीलिंग गिर गई, मुख्य गुंबद में भारी रिसाव हुआ था और दरगाह के भीतर तीन मस्जिदों को नुकसान हुआ था. मुस्लिम समुदाय के सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि इस बारे में बार-बार दी गई चेतावनियों को नजरअंदाज किया गया, जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को खतरा है.

बागडे ने आश्वासन दिया

प्रतिनिधिमंडल ने पिछले तीन वर्ष से नौ सदस्यीय दरगाह समिति की नियुक्ति न करने के लिए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की भी आलोचना की. एक बयान के अनुसार, बागडे ने आश्वासन दिया कि वह इस बारे में अजमेर के जिलाधिकारी से रिपोर्ट तलब करेंगे. प्रतिनिधिमंडल ने संरचनात्मक क्षति की जिम्मेदारी से इनकार करने वाले दरगाह प्रबंधन के एक विवादास्पद नोटिस का भी विरोध किया और इसे ‘गैर-जिम्मेदाराना और असंवेदनशील' करार दिया.

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