Banswara News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में अब तक रीट, फॉरेस्ट गार्ड, ग्राम विकास अधिकारी में डमी अभ्यर्थी बैठाकर नौकरी पाने के कई मामले सामने आ चुके हैं, लेकिन अब 12वीं ओपन बोर्ड परीक्षा में भी डमी अभ्यर्थी बैठाने का मामला सामने आया है.
12वीं का एग्जाम दे रही थी डमी अभ्यर्थी
शहर के केंद्रीय विद्यालय के केंद्राधीक्षक कोशिक भट्ट ने इस संबंध में कोतवाली पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है. उन्होंने बताया कि सोमवार को 12वीं ओपन बोर्ड की परीक्षा थी, जिसमें फिजिक्स की परीक्षा में मूल छात्रा सोनल सोनी के स्थान पर रंजना डमी अभ्यर्थी के रूप में शामिल हुई थी. रंजना के पास सोनल का आधार कार्ड था, लेकिन एडमिट कार्ड में दोनों के फोटो अलग-अलग पाए गए. पुलिस उपाधीक्षक गोपीचंद मीना ने बताया कि फिलहाल मामले की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कई मामले सामने आ चुके हैं
बांसवाड़ा जिले में डमी अभ्यर्थियों के जरिए परीक्षा पास कर सरकारी नौकरी पाने के 100 से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. इनमें से अब तक 50 से ज्यादा आरोपी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं. वहीं, 50 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इस मामले में एसओजी ने भी जिले में छापेमारी कर जांच अपने हाथ में ले ली है.
दलाल, शिक्षक, प्रिंसिपल और वन रक्षक जा चुके हैं पकड़े
जिले में पुलिस और एसओजी टीम ने डमी अभ्यर्थियों के जरिए नौकरी पाने वालों को भी पकड़ा है, जिसमें दलाल, प्रिंसिपल, लेक्चरर, तृतीय श्रेणी शिक्षक, द्वितीय श्रेणी शिक्षक सहित वन रक्षक शामिल हैं. इसी तरह इस मामले में खंड विकास अधिकारी, पशुपालन सहायक, बाल विकास अधिकारी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है.
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