Rajasthan Summer Vacation: राजस्थान में 17 मई से सभी सरकारी और निजी स्कूलों में गर्मी छुट्टी (Summer Vacation) शुरू होनेवाला है. गर्मी छुट्टी को लेकर पहले ही ऐलान कर दिया गया है. हालांकि, कुछ निजी स्कूल एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर भीषण गर्मी में भी स्कूल खुले रखते हैं. इससे कभी-कभी छात्रों के लिए मुश्किल हो जाती है. लेकिन अब शिक्षा विभाग ने साफ कहा है कि अगर कोई स्कूल नियमों का उल्लंघन करेगा या शिविरा पंचाग के नियमों का उल्लंघन करेंगे तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. राजस्थान में 17 मई से 30 जून तक गर्मी छुट्टी का ऐलान किया गया है.
आपको बता दें शिक्षा विभाग ने वर्ष पर्यंत(12 महीने) के लिए शैक्षणित, गैर शैक्षणिक, सम्मेलन, वाक्पाठ्य और अवकाश के लिए शिविरा पंचांग का निर्माण कर रखा है. जिसके तहत ही ग्रीष्मकालीन अवकाश भी इसका एक हिस्सा है. इसी के आधार पर पूरे प्रदेश भर के समस्त निजी और सरकारी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश भी घोषित किया गया है.
शिक्षा विभाग ने किया है टीम का गठन
गर्मी छुट्टियों की घोषणा के बाद अब शिक्षा विभाग ऐसे निजी स्कूलों को लेकर पूरी तरह सख्त रवैया अपना रहा है. जो ग्रीष्मकालीन अवकाश के बावजूद भी बच्चों को एक्स्ट्रा क्लास के नाम पर स्कूल में बुला कर शिविरा पंचांग (कलेंडर) का उल्लंघन कर रहे. इसके लिए जिला शिक्षा विभाग ने बाकायदा टीमों के गठन किए हैं. जो लगातार जिले में निजी स्कूलों पर पैनी नजर बनाए हुए रहेंगे. अगर ऐसा कोई निजी स्कूल शिविरा पंचांग का उल्लंघन करते पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
जोधपुर में शिक्षा विभाग के संयुक्त निर्देशक कार्यालय के उप जिला शिक्षा अधिकारी विक्रम गहलोत ने बताया की शिविरा पंचांग और उच्च अधिकारियों कि द्वारा दिए के निर्देशों की पालना में किसी भी विद्यालय को ग्रीष्मकालीन अवकाश व गर्मी में बच्चों को बुलाने की अनुमति नहीं है. अगर कोई भी विद्यालय की ऐसी सूचना मिलती है कि वह ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान बच्चो को स्कूल में बुला रहे, तो ऐसे स्कूलों के खिलाफ नियमनुसार विभागीय कार्रवाई की जाएगी. शिक्षा विभाग का शिविरा पंचांग समय-समय पर अपने नियम जारी करता है. पूर्व में जिस प्रकार से गर्मी को लेकर छोटे बच्चों के लिए जोधपुर जिला कलेक्टर के जो निर्देश है जिसमें 11 बजे तक समय किया गया था और निर्देशालय से भी समय-समय पर शिविरा पंचांग को लेकर निर्देश जारी होते हैं. अगर इन नियमों की कोई पालन नहीं करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी जिला शिक्षा अधिकारी के द्वारा अलग से टीमें भी सम्भवतः गठित की गई है.