'अगर NIA केस नहीं लेती तो...' कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर अशोक गहलोत ने सरकार को घेरा

कन्हैयालाल के परिजनों ने बताया है कि इस केस को फास्ट ट्रैक (अदालत में) नहीं चलाया जा रहा है. केस जयपुर स्थित एनआईए कोर्ट में विचाराधीन है. मगर विगत छह महीने से केस में कोई तारीख नहीं दी गई है.

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कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर अशोक गहलोत ने सरकार को घेरा

Udaipur Kanhaiyalal Murder: उदयपुर के चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर बुधवार को राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने भाजपा को जमकर घेरा है. पूर्व सीएम ने बीजेपी पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड को लेकर भाजपा ने जमकर राजनीति की एवं राजस्थान के चुनाव का मुख्य मुद्दा इसे बना दिया. पीड़ितों को न्याय दिलाने का उसका इरादा नहीं लगता है. 

'3 साल बाद भी दोषियों को सजा नहीं'

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लिखा, "घटना की रात को ही ये केस राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने ले लिया था, तीन साल बाद भी आजतक इस मामले में दोषियों को सजा नहीं हो सकी है. अगर एनआईए ये केस नहीं लेती और राजस्थान पुलिस के पास ये केस रहता तो संभवतः हमारी सरकार के कार्यकाल में ही इनको सजा सुना दी जाती. ''

राजस्थान पुलिस ने अपराधियों को मात्र चार घंटे में गिरफ्तार कर लिया था. अगर एनआईए ये केस नहीं लेती और राजस्थान पुलिस के पास रहता तो हमारी सरकार के कार्यकाल में ही सजा सुना दी जाती

अशोक गहलोत ने कहा कि कन्हैयालाल के परिजनों ने बताया है कि इस केस को फास्ट ट्रैक (अदालत में) नहीं चलाया जा रहा है. यह केस जयपुर स्थित एनआईए कोर्ट में विचाराधीन है. एनआईए अदालत का अतिरिक्त प्रभार सीबीआई अदालत के न्यायाधीश के पास था जिनका तबादला हो गया है जिससे केस की सुनवाई नहीं हो पा रही. विगत छह महीने से केस में कोई तारीख नहीं दी गई है.

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भाजपा ने जनता में अफवाह फैलाई

इससे पहले गवाहों के बयान ही चल रहे थे, परन्तु तीन मुख्य गवाहों के बयान अभी तक दर्ज नहीं किए गए. इस केस में गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से अभी तक दो की जमानत हो चुकी है. कन्हैयालाल के परिजनों को 50 लाख रुपये मुआवजा और उनके दोनों पुत्रों को सरकारी नौकरी दी गई. परन्तु भाजपा ने जनता में अफवाह फैलाई कि केवल पांच लाख रुपये मुआवजा दिया और पांच लाख, पचास लाख की राजनीति की.

दर्जी कन्हैया लाल की जून 2022 में उदयपुर के व्यस्त हाथीपोल इलाके में उनकी दुकान पर दो लोगों ने चाकू से प्रहार कर हत्या कर दी थी. कहा जाता है कि लाल ने सोशल मीडिया पर कथित तौर पर इस्लाम के खिलाफ एक विवादित पोस्ट का समर्थन किया था. इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. इस मामले की जांच एएनआई कर रही है. 

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