Baran farmers protest on National Highway: बारां में खाद संकट के चलते किसानों ने नेशनल हाईवे जाम कर दिया है. इस दौरान यातायात पूरी तरह बाधित हो गया और वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. मामला तब तूल पकड़ गया, जब छीपाबड़ौद सहकारी समिति में खाद वितरण में अव्यवस्था सामने आई. समिति के बाहर सुबह 6 बजे से ही महिलाएं और पुरुष किसान लाइन में लग गए, लेकिन निर्धारित समय बीतने के बाद भी समिति का कोई कर्मचारी या अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. इसी बात से परेशान किसानों ने अकलेरा रोड स्थित नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया.
विरोध के बावजूद प्रशासन नदारद
किसानों का आरोप है कि कई दिनों से खाद वितरण में दिक्कत बनी हुई है. समय पर समिति न खुलने और कर्मचारियों के नदारद रहने से किसानों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है. विरोध के दौरान भी प्रशासन या समिति का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. इसके चलते किसानों में नाराज़गी और बढ़ गई. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर तुरंत सुधार नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
छबड़ा में किसानों ने जड़ा ताला
दूसरी ओर, छबड़ा में खाद के टोकन को लेकर हंगामा मच गया. खेल मैदान में टोकन वितरण शुरू होते ही कुछ मिनटों में ही कूपन खत्म हो गए. टोकन न मिलने से नाराज़ किसान बड़ी संख्या में कृषि कार्यालय पहुंचे तो पाया कि कार्यालय में ताला लगा था और अधिकारी अनुपस्थित थे. इससे किसानों में और गुस्सा फैल गया.
कृषि विभाग के दावे को किसानों ने बताया झूठ
कृषि विभाग के अधिकारी सुरेश मालव ने बताया कि आज मैदान में 1790 कूपन बांटे गए. हर किसान को 3 खाद के कट्टे दिए गए और कुल 5370 कट्टों का वितरण किया गया. जबकि किसानों का कहना है कि मौके पर केवल लगभग 200 कूपन ही वितरित किए गए, जिसके चलते सैकड़ों किसान खाद से वंचित रह गए.
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