Bundi News: राजस्थान के बूंदी जिले से एक महिला द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. एक कंपनी से परेशान महिला ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की. घटना जिले के केशोरायपाटन इलाके के तीरथ गांव की है. जहां एक पिता ने मकान पर 7 लाख का लोन ले रखा था.
मकान जब्त होने पर की आत्महत्या
मामले को लेकर बताया जा रहा है कि महिला की पहचान इलाके में रहने वाली दीपा के रूप में हुई है. उसने एक फाइनेंस कंपनी से लोन लिया था. लोन न चुकाने पर फाइनेंस कंपनी ने उसका मकान जब्त कर लिया था. इसी से परेशान होकर पीड़िता ने तनाव में आकर जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली. आसपास के लोग जब एकत्र हुए तो उसे आनन-फानन में कोटा के एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टरों ने उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
आईटीआई की पढ़ाई कर रही दिव्या
दिव्या के पिता महेश मीणा दूध का व्यवसाय करते हैं. इनका एक बेटा विजय मीणा अभी पढ़ाई कर रहा है, और सुसाइड करने वाली लड़की दिव्या आईटीआई की पढ़ाई कर रही थी .
फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग
घटना के बाद ग्रामीणों व परिजनों ने फाइनेंस कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अस्पताल की मोर्चरी के बाहर प्रदर्शन किया. साथ ही पुलिस से पीड़ित परिवार का कर्ज माफ करने व उचित मुआवजा देने की मांग की. अस्पताल की मोर्चरी के बाहर हंगामे की सूचना मिलने पर थानाधिकारी भी मौके पर पहुंचे. परिजनों को समझाकरकोटा के एमबीएस अस्पताल की मोर्चरी में महिला दीपा का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया.
परिवार पर था करीब 7 लाख का लोन
केशोरायपाटन थानाधिकारी देवेश भारद्वाज ने बताया कि तीरथ गांव के महेश पर हाउसिंग फाइनेंस कंपनी का लोन था. शनिवार को फाइनेंस कंपनी वालों ने मकान पर कब्जा कर लिया था। महेश की बेटी दीपा जब खेत से लौटी तो मकान पर कब्जा देखकर उसने यह आत्मघाती कदम उठा लिया. पुलिस ने परिजनों को साफ कर दिया है कि उनकी ओर से दी गई रिपोर्ट पर निष्पक्ष जांच की जाएगी. पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार परिवार पर करीब 7 लाख का लोन था.
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