Yusuf Pathan In Ajmer: भारतीय टीम के पूर्व धाकड़ ऑलराउंडर यूसुफ पठान भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले चुके हों, लेकिन उनका क्रिकेट के प्रति जुनून आज भी बरकरार है. वे लगातार फ्रेंचाइजी क्रिकेट लीग्स में नजर आते रहते हैं. यूसुफ पठान TMC से सांसद भी हैं. आज अजमेर दौरे पर उन्होंने स्कूल के नन्हे खिलाड़ियों को सम्मानित किया और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की. इस दौरान उन्होंने बच्चों को खेल की ओर प्रेरित करने और अनुशासन व मेहनत से आगे बढ़ने का संदेश भी दिया.
बच्चों को मोबाइल से दूर रखने की दी नसीहत
मीडिया से बातचीत करते हुए यूसुफ पठान ने कहा कि आजकल बच्चे मोबाइल और गैजेट्स में ज्यादा बिजी रहते हैं, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास प्रभावित होता है. उन्होंने पेरेंट्स से अपील की कि वे बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताएं, उन्हें मैदान में लेकर जाएं और खेल-कूद के लिए प्रेरित करें. यूसुफ ने कहा कि बच्चों को मोबाइल से निकालकर ग्राउंड पर लाना बेहद जरूरी है, क्योंकि यही उनकी सेहत और भविष्य के लिए बेहतर होगा.
एकेडमी आफ पठान का उद्देश्य ग्रामीण बच्चों को अवसर देना
यूसुफ पठान ने अपनी क्रिकेट एकेडमी को लेकर कहा कि एकेडमी आफ पठान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाना है. उन्होंने आश्वस्त किया कि जो बच्चे अकादमी को सपोर्ट नहीं कर सकते, उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी. जब उनसे पूछा गया कि वे पहले क्रिकेटर हैं या नेता, तो पठान ने साफ कहा कि वे पहले क्रिकेटर हैं, क्योंकि बचपन से क्रिकेट खेलते आए हैं. उन्होंने कहा कि मैदान पर मिली जिम्मेदारियों को उन्होंने हमेशा निभाया है और राजनीति में जो जिम्मेदारी पार्टी ने दी है, उसे भी पूरी ईमानदारी से निभा रहे हैं.