Rajasthan Rain: दौसा में भारी बारिश से मची तबाही, इस गांव पर छाया 600 लोगों की जिंदगी पर संकट

Dausa Rain: दौसा जिले में आई मित्रपुरा गांव में बाढ़ के कारण लगभग 600 आबादी वाले दो गांव के लोग फंस गए है. वहीं प्रशासन इन लोगों को निकालने का रास्ता खोजने में लगा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Dausa Rain: दौसा जिले में 48 घंटे की बारिश में गांव को जलमग्न कर टापू में तबदील कर दिया है. हर जगह पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. जिलें में आई बाढ़ के कारण लगभग 600 आबादी वाले दो गांव के लोग फंस गए है. वहीं प्रशासन इन लोगों को निकालने का रास्ता खोजने में लगा है. जिसके चलते एनडीआरफ, सिविल डिफेंस सहित स्थानीय प्रशासन राहत और बचाव के कार्य में लगे हुए है, हालांकि प्रशासन ने अस्थाई नाला बनाकर पानी की निकासी  शुरू की है. इस कार्य से ग्रामीणों को राहत देने का काम किया है. 

करीब 40 परिवारों पर छाया संकट

करीब 40 परिवारों पर छाया संकट

बीते लंबे समय से जिला बारिश को तरस गया था. लेकिन पिछले तीन-चार दिनों से हो रही बरसात ने जयपुर- आगरा हाईवे पर स्थित मित्रपूरा गांव को टापू में बदल कर रख दिया है. जहां देखो पानी ही पानी नजर आ रहा हैं. जिसके चलते करीब 40 परिवार संकट में फंस गए हैं. जिनकी जिला प्रशासन ने अब जाकर सुध ली है. 

Advertisement

करीब 600 लोगों की आबादी वाला है मित्रपुरा गांव 

 गांव की मदद के लिए प्रशासन सहित सिविल डिफेंस और NDRF टीम पहुंची है. इतना ही नहीं, 2 दिन से हो रही लगातार बरसात में यहां के स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र पानी में डूब गए है. मित्रपुरा करीब 600 लोगों की आबादी वाला गांव है जहां टापू बनने के बाद पानी की निकासी की और कदम बढ़ाए जा रहे हैं. हालात बेकाबू होते देख लोगों ने प्रशासन को इसकी सूचना दी. जिसपर हरकत में आने के बाद सभी अधिकारी मौके पर पहुंचे. वहीं सिविल डिफेंस और एनडीआरएफ की टीम को भी मौके पर बुलाया गया. 

पशुओं के चारे, बच्चों के स्कूल हुए जलमग्न

 पशुओं के चारे, बच्चों के स्कूल जलमग्न हुए

मित्रपुरा गांव के हालात काफी बेकाबू हो गए हैं. प्रशासन लगातार पानी निकासी को लेकर प्रशासन प्रयास कर रहा है. लगभग 40 घरों के लोग इस बारिश के पानी के बीच फंसे गए हैं. ग्रामीणों की खाने- पीने की व्यवस्था जिला प्रशासन के जरिए की गई है. गांव की आबादी की बात करें तो करीब 600 लोगों की आबादी वाला गांव मित्रपुरा है. बारिश का पानी भर जाने ग्रामीणों को संकट खड़ा हो गया है. ऐसा नहीं है कि इस गांव में पहली बार इस तरह पानी भरा हो बारिश के समय यहां गांव में आने-जाने का संकट तो हमेशा ही बना रहता है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: खत्म हुआ 20 साल का इंतजार, 3 पाकिस्तानी भाई-बहनों को मिला भारत में वोट डालने का अधिकार