Road Accident Report: भारत में सबसे ज्यादा सड़क हादसे वाले राज्यों की लिस्ट में टॉप-6 पर राजस्थान, हर साल हो रही 11 हजार लोगों की मौत

Rajasthan Road Accident Report: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि उनके मंत्रालय के तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी नहीं आई, बल्कि इसमें बढ़ोतरी हो गई. जब तक समाज का सहयोग नहीं मिलेगा, मानवीय व्यवहार नहीं बदलेगा और कानून का डर नहीं होगा, तब तक सड़क हादसों पर अंकुश नहीं लगेगा.

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साल 2021 के मुकाबले साल 2022 में 12 प्रतिशत सड़क हादसे बढ़े हैं.

Rajasthan News: सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH) ने गुरुवार को लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में कुछ हैरान कर देने वाले आंकड़े पेश किए हैं. ये आंकड़े वर्ष 2018 से 2022 के बीच देशभर में हुए सड़क हादसों व उसमें जान गंवाने वाले लोगों के बारे में है, जिसमें राजस्थान का नाम टॉप 6 राज्यों की लिस्ट में है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में रोजाना 1264 सड़क हादसे होते हैं, जिसमें हर दिन 462 लोगों की मौत हो जाती है. इनमें ज्यादातर लोग 25 से 35 वर्ष के होते हैं. 

तमिलनाडु में सबसे ज्यादा सड़क हादसे

तमिलनाडू में सबसे ज्यादा सड़क हादसे हुए हैं. उसके बाद मध्य प्रदेश, केरल,  उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र और फिर राजस्थान में सबसे ज्यादा एक्सीडेंट हुए हैं. जबकि रोड़ एक्सीडेंट में मौत के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद तमिलनाडु, फिर महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और फिर राजस्थान का नंबर आता है.

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वर्ष 2018 से 2022 के बीच हुए सड़क हादसों का डेटा

राज्य का नामवर्ष 2018वर्ष 2019वर्ष 2020वर्ष 2021वर्ष 2022
मध्य प्रदेश51,39750,66945,26648,87754,432
उत्तर प्रदेश42,56842,57234,24337,72941,746
राजस्थान21,74323,48019,11420,95123,614
गुजरात18,76917,04613,39815,18615,751
हरियाणा11,23810,9449,4319,93310,429
पंजाब6,4286,3485,2035,8716,138

वर्ष 2018 से 2022 के बीच हुए सड़क हादसों में मौत का डेटा

राज्य का नामवर्ष 2018वर्ष 2019वर्ष 2020वर्ष 2021वर्ष 2022
उत्तर प्रदेश22,25622,65519,14921,22722,595
मध्य प्रदेश10,70611,24911,14112,05713,427
राजस्थान10,32010,5639,25010,04311,104
गुजरात7,9967,3906,1707,4527,618
हरियाणा5,1185,0574,5074,7064,915
पंजाब4,7404,5253,8984,5894,756

'कोविड-दंगों में भी इतने लोग नहीं मरते'

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पहले कहा था, 'देश में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ रही है और हर साल 1.7 लाख से अधिक लोगों की मौत ऐसी दुर्घटनाओं में हो जाती है. इतने लोग न लड़ाई में मरते हैं, न कोविड में मरे और न ही दंगों में मरते हैं.'

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सड़क दुर्घटनाओं को लेकर देश का रिकॉर्ड बहुत ‘गंदा' है. इस वजह से मुझे विश्व सम्मेलनों में मुंह छुपाना पड़ता है.

नितिन गडकरी

भारत के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री

सरकार ने 13795 ब्लैक स्पॉट ठीक किए

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में लिखित जवाब देते हुए बताया कि नेशनल हाईवे पर कुल 13795 ‘ब्लैक स्पॉट' की पहचान की गई है, जिनमें से 9525 ‘ब्लैक स्पॉट' पर शॉर्ट टर्म इंप्रूवमेंट के उपाय पूरे कर लिए गए हैं और 4777 ब्लैक स्पॉट पर परमानेंट सुधार किया गया है. 

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सड़क पर जिस जगह बार-बार हादसे होते हैं, उन्हें ब्लैक स्पॉट कहा जाता है.

शॉर्ट टर्म इंप्रूवमेंट में रोड साइन, साइनेज, क्रैश बैरियर, रोड स्टड, डेलीनेटर, अनऑथराइज्ड मिडिल कट को बंद करना, यातायात शांत करने के उपाय आदि शामिल हैं. वहीं परमानेंट सुधार में सड़क ज्यामिति में सुधार, जंक्शन सुधार, कैरिजवे का चौड़ीकरण, अंडरपास/ओवरपास का निर्माण आदि शामिल हैं.

फ्री में होगा एक्सीडेंट में घायलों का इलाज

नितिन गडकरी ने बताया कि उनके मंत्रालय के तमाम प्रयासों के बावजूद सड़क हादसों में कमी नहीं आई, बल्कि इसमें बढ़ोतरी हो गई. जब तक समाज का सहयोग नहीं मिलेगा, मानवीय व्यवहार नहीं बदलेगा और कानून का डर नहीं होगा, तब तक सड़क हादसों पर अंकुश नहीं लगेगा. हम ज्यादा से ज्यादा लोगों की जान बचा सकें इसके लिए मैं देश के किसी भी नागरिक के सड़क हादसे में घायल होने पर उसके इलाज का खर्च केंद्र सरकार द्वारा उठाए जाने का ऐलान करता हूं. लोगों के इलाज के लिए कैशलेस योजना लाई गई है. उत्तर प्रदेश से इसकी शुरुआत हो रही है. इसके बाद पूरे देश में लागू की जाएगी. 

यहां पढ़ें पूरी रिपोर्ट