Rajasthan: जयपुर में बुधवार (11 दिसंबर) को एक अस्पताल में निर्माण कार्य चल रहा है. इस दौरान यहां ओपीडी ब्लॉक में एक पुराने स्टोर रूम में तिजोरी छिपी थी. कमरा कई सालों से बंद था. तिजोरी की चाबी नहीं मिली. इसमें क्या है इसकी भी किसी को जानकारी नहीं है.तिजोरी को खोलने के लिए कमेटी बनाई गई है. तिजोरी से कुछ कागजात या नकदी मिलने की उम्मीद है.
पुराने स्टोर रूम में तोड़-फोड़ चल रहा
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने बताया कि ओपीडी ब्लॉक के रजिस्ट्रेशन और भर्ती काउंटर के पुनर्निर्माण के दौरान तिजोरी मिली. पुराने स्टोर रूम में तोड़-फोड़ का काम चल रहा था. जेसीबी से दीवार तोड़ते ही अचानक तिजोरी दिखाई दी. करीब 10 साल से कमरे को कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था. तिजोरी के बारे में कोई भी नहीं जानता था. यह बहुत पुरानी लग रही है.
तीन दसक पुरानी है अस्पताल की बिल्डिंंग
अस्पताल की बिल्डिंग जहां तिजोरी मिली वह करीब तीन दसक पुराना है. इसका उद्घटान 31 दिसंबर 1991 को पूर्व उप-राष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत ने किया था. तिजोरी तभी की लग रही है. अभी तक खोला नहीं गया है. इसकी जांच चल रही है.
10 साल से स्टोर रूम का नहीं हो रहा था उपयोग
जयपुरिया अस्पताल के अधीक्षक डॉ. महेश मंगल ने मीडिया को बताया कि ओपीडी ब्लॉक के रजिस्ट्रेशन और भर्ती काउंटर के पुनर्निर्माण के लिए तोड़-फोड़ के दौरान यह तिजोरी मिली. यह तिजोरी एक पुराने स्टोर रूम में छिपी हुई थी. 10 साल से यह स्टोर रूम काम में नहीं लिया जा रहा था. उन्होंने कहा, ओपीडी ब्लॉक के रजिस्ट्रेशन और भर्ती काउंटर दोबारा बन रहा था. इसके लिए तोड़-फोड़ चल रही थी, इसी दौरान तिजोरी मिली. पुरान स्टोर रूम में थी. इस कमरे का उपयोग भी नहीं हो रहा था. इसकी चाबी भी नहीं मिली है.
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