Jhalawar Borewell Incident: झालावाड़ के डग थाना क्षेत्र के पाडला गांव में बोरवेल में फंसा 5 वर्षीय प्रह्लाद अपनी जिंदगी की जंग हार गया. सोमवार सुबह 4:00 बजे रेस्क्यू ऑपरेशन बंद कर दिया गया था, उसके बाद दोबारा पहुंची NDRF की टीम ने लगभग 5:00 बजे बच्चे को बाहर निकाला, तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. बच्चे का शव डग चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है, जहां उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि बच्चे की मौत की पुष्टि टीम ने अधिकारियों के सामने पहले कर दी थी, लेकिन शव को बाहर नहीं निकाला जा सका था. इसके बाद लोगों को वहां से हटाकर बच्चे के शव को निकालकर सीधे अस्पताल भिजवा दिया गया.
शुरू में रोने की आवाज सुनाई दे रही थी
शुरू में प्रह्लाद की रोने की आवाज सुनाई दे रही थी. पाइप से ऑक्सीजन दिया जा रहा था. पथरीला इलाका होने की वजह से बचाव कार्य में काफी परेशानी हुई थी. झालावाड़ से आई एसडीआरएफ की टीम देशी जुगाड़ यानी रिंंग में फंसाकर बच्चे को निकालने की कोशिश में जुटी थी. कोटा से पहुंची एनडीआरएफ की टीम रेस्क्यू का प्रयास कर रही थी.
खेलते समय बोरवेल में गिर गया था प्रह्लाद
प्रह्लाद बागरी खेल रहा था, तभी बोरवेल में गिर गया था. बच्चा बोरवेल में 30 फीट नीचे अटका हुआ था. सूचना पर थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे. शुरू में ग्रामीणों की मदद से रस्सी डालकर बच्चे को निकालने के प्रयास किए. इसके बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची थी.
200 फीट गहरा है बोरवेल
डग थानाधिकारी पवन कुमार ने बताया कि प्रह्लाद पुत्र कालूलाल माता-पिता के साथ खेत पर गया था. माता-पिता खेत में काम करने लगे. बच्चा बोरवेल के पास खेलने लगा. रविवार दोपहर करीब 1:40 बजे बोरवेल में गिर गया. 3 दिन पहले ही प्रह्लाद के पिता ने बोरवेल खुदवाया था. सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया था. बोरवेल 200 फीट गहरा है.
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