Rajasthan Crime: शातिरों ने जोधपुर डिस्कॉम से रिटायर्ड एक्सईएन को डिजिटल अरेस्ट करके 60 लाख रुपयों की ठगी कर ली. साइबर फ्रॉड करने वाले रिटायर्ड एक्सईएन को फोन करके कहा कि जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल ने जो फ्रॉड किया है, उसमें आपका भी नाम है. डराकर 60 लाख रुपए बैंक एकाउंट में ट्रांसफर करा लिए. गुरुवार (13 फरवरी) को परिवार के सदस्य मिलने आए तो उन्हें इसके बारे में बताया. घर वालों को पता चला तो पुलिस के पास पहुंचे. पुलिस ने बैंक से संपर्क करके कुछ रुपयों को होल्ड करवाया. सरदारपुरा पुलिस मामले की जांच शुरू कर दी है.
2 फरवरी को वॉट्सएप पर आई कॉल
थानाधिकारी शेषकरण बारहठ ने बताया कि सरदारपुरा नेहरू पार्क क्षेत्र में रहने वाले आरएसईबी से रिटायर्ड एक्सईएन अजीत राज पुत्र दूलेराज भंडारी ने तहरीर दी. वे जोधपुर में अकेले रहते हैं. उनके बेटा-बहू दिल्ली में रहते हैं. 2 फरवरी को उनके मोबाइल पर किसी शख्स ने वॉट्सएप कॉल कर उन्हें जानकारी दी कि उनके खिलाफ फ्रॉड का केस है. उन्हें डिजिटल अरेस्ट किया जा रहा है.
शातिरों ने खातों में 60 लाख ट्रांसफर करवाए
इसके बाद फिर उसी नंबर से कॉल आता है कि वह एक पुलिस अधिकारी बोल रहा है, और खातों में जमा रुपयों की जानकारी मांगता है. 3 से 10 फरवरी तक शातिर उन्हें डिजिटल अरेस्ट रखते हैं. वे उन्हें बताए अनुसार, खातों में रुपए ट्रांसफर करने को कहता है. अजीत राज ने आरजीटीएस के माध्यम से उनके खातों में अलग-अलग किश्तों में 60 लाख रुपए डाल दिए.
पुलिस बैंक से रुपयों को कराया होल्ड
गुरुवार (13 फरवरी) अजीत राज परिवार वालों के साथ सरदारपुरा थाने पहुंचे. शातिरों के खिलाफ 60 लाख रुपए की धोखाधड़ी किए जाने का केस दर्ज करवाया. थानाधिकारी शेषकरण ने बताया कि मामला सामने आने के बाद तुरंत बैंकों से संपर्क किया गया, जिन खातों में रुपए भेजे गए, वहां से कुछ रुपयों को होल्ड भी करवाया गया है, इसमें एक बड़ी चेन जुड़ी है, उसका पता लगाने के लिए अग्रिम जांच की जा रही है.
इस कदर भयभीत हुए इंजीनियर कि पुलिस के पास नहीं जा सके
साइबर ठगों ने रिटायर्ड एक्सईन को इस कदर भयभीत किया कि वह पुलिस के पास जाने से कतरा रहा था. भगवान रिटायर्ड कर्मचारियों को जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल को लेकर चल रहे मामले का हवाला देकर बताया कि उनके खिलाफ ईडी की कार्यवाही चल रही है. और आपका उसमें कहीं ना कहीं रोल नजर आ रहा है.
ऐसे में अगर आपको गिरफ्तारी से बचाना है तो कहे अनुसार आप पैसा ट्रांसफर कर दें. पीड़ित बुजुर्ग के बच्चों को जब इस मामले का पता चला और वह जब पुलिस के पास अपने पिता को लेकर गया तब भी पीड़ित बुजुर्ग अपने बच्चों पर ही नाराज होने लगा और कहा कि तुमने पुलिस के पास जाकर बड़ी गलती की है.
मुझे गिरफ्तार करवा दोगे. उन लोगों ने फोन पर मुझे गिरफ्तारी का कहा है यानी कि साइबर फ्रॉड इस तरह के बुजुर्ग व्यक्तियों को अपना निशाना बनाते हैं. इस तरह से ब्रेनवास कर देते हैं कि बुजुर्ग लोगों को लगता है कि पुलिस के पास जाने से भी कुछ नहीं होगा और उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
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