Rajasthan News: भारतीय सेना में राजस्थान का एक और जवान देश की सेवा करते हुए शहीद हो गया है. भारतीय सेना में सूबेदार के पद पर तैनात राम सिंह कसाना का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके पैतृक गांव लाया गया, जहां पर तिरंगा यात्रा निकाली गई. फिर राजकीय सम्मान के साथ सूबेदार राम सिंह कसाना का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी सूबेदार राम सिंह को अंतिम विदाई देने के लिए उनके पैतृक गांव पहुंचे.
23 राष्ट्रीय राइफल्स राजपूत में थे सूबेदार
दरअसल, कोटपूतली जिले के सुंदरपुरा गांव निवासी राम सिंह कसाना 23 राष्ट्रीय राइफल्स (राजपूत) में सूबेदार के पद पर तैनात थे. वह जम्मू-कश्मीर के रामबन बनियाल इलाके में एक तलाशी अभियान में थे, तभी अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई. अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने सूबेदार राम सिंह कसाना को मृत घोषित कर दिया.
सुंदरपुरा में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
सूबेदार रामसिंह कसाना अपने पीछे माता, पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए. गुरुवार (04 दिसंबर) को सूबेदार राम सिंह कसाना का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया है. पार्थिव देह के कोटपूतली पहुंचने पर ज्योतिबा फुले चौक से गांव सुंदरपुरा तक तिरंगा यात्रा निकाली गई. बाद में पैतृक गांव सुंदरपुरा में राजकीय विद्यालय के पास सैन्य परंपरा के अनुसार उन्हें अंतिम सलामी दी गई और तीन राउंड फायर किए गए. फिर अंतिम संस्कार किया गया.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने किया बड़ा ऐलान
अंत्येष्टि में सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ पहुंचे और सूबेदार को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. मंत्री ने राज्य सरकार की ओर से सूबेदार के एक बच्चे को सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपये की मदद देने की घोषणा की. राज्यवर्धन सिंह के अलावा सूबेदार के अंतिम संस्कार में विधायक हंसराज पटेल, जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई, कांग्रेस नेता देव कसाना,राजपुताना राइफल्स की टुकड़ी के मेजर मंकित सोकांत और जवान शामिल रहे.
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