राजस्थान के धौलपुर जिले में बीते दिनों नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. घटना के बाद आरोपी फरार है और पुलिस अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इसी को लेकर कुशवाहा समाज में आक्रोश है, लेकिन आंदोलन की रणनीति पर समाज दो गुटों में बंट गया है. एक गुट ने आरोपी की गिरफ्तारी के साथ पीड़िता को सरकारी नौकरी, मुआवजा और हथियार का लाइसेंस देने के लिए प्रशासन को अल्टीमेटम दिया है तो दूसरा गुट आंदोलन की तैयारी में लगा हुआ है.
कुशवाहा समाज में आक्रोश
दरअसल, नाबालिग के साथ दुष्कर्म की कोशिश करने वाले आरोपी बर्खास्त RAC जवान की गिरफ्तारी के लिए कुशवाहा समाज में आक्रोश है. लेकिन आंदोलन की रणनीति पर समाज दो गुटों में बंट गया है. पहला गुट पूर्व विधायक बीएल कुशवाहा के नेतृत्व में है. उन्होंने पुलिस और प्रशासन को 4 जनवरी तक का अल्टीमेटम दिया है.
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग समाज को बांटने का काम कर रहे हैं, लेकिन वे पीड़िता को न्याय दिलाकर रहेंगे. वहीं, दूसरा गुट पूर्व प्रधान रामहेत कुशवाह के नेतृत्व में रविवार को कुशवाहा छात्रावास में बैठक कर आंदोलन की तैयारी में जुटा. इस गुट में बीएल कुशवाह के सगे साडू और भाजपा प्रत्याशी रहे डॉ. शिवचरण कुशवाहा, सैपऊ नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन कुशवाहा समेत कई नेता शामिल हुए.
आंदोलन और तेज होने की संभावना
इस गुट ने बीएल कुशवाहा पर समाज में फूट डालने का आरोप लगाया. दोनों गुटों की अलग-अलग रणनीति से आंदोलन और तेज होने की संभावना है. फिलहाल समाज की एकजुटता पर सवाल उठ रहे हैं, जबकि पीड़ित परिवार आरोपी की गिरफ्तारी की मांग पर अडिग है.
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