Rajasthan: राजस्‍थान में युवक ने मांगा पानी तो मंत्री ने छीन ल‍िया मोबाइल, धक्‍के मारकर निकाला 

Rajasthan: अलवर दौरे पर आए जल संसाधन मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक की.  बैठक में अलवर विधायक और वन मंत्री संजय शर्मा भी मौजूद रहे.

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अलवर दौरे पर आए जल संसाधन मंत्री कन्हैया लाल चौधरी से पानी की समस्‍या बता रहे युवक के हाथ से मोबाइल फोन छीनते वन मंत्री संजय शर्मा. (वीड‍ियो का स्‍क्रीनशॉट)

Rajasthan: राजस्थान के अलवर जिले में जल संकट को लेकर एक युवक द्वारा अपनी बात रखने पर विवाद खड़ा हो गया. म‍िनी सचिवालय में जल संसाधन मंत्री कन्हैया लाल चौधरी अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे थे. बैठक के बाद जैसे ही मंत्री सचिवालय परिसर से बाहर निकले, वहां मौजूद कुछ महिलाएं और युवक पानी की समस्या लेकर पहुंचे. 

अखेपुरा मोहल्ला निवासी युवक लोकेश बैरवा पानी की समस्या बताते हुए मंत्री का वीडियो बनाने लगा. तभी मौके पर मौजूद वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा ने युवक के हाथ से मोबाइल फोन छीन लिया, और उसकी कोई बात नहीं सुनी. 

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वीड‍ियो सोशल मीड‍िया पर वायरल 

यह पूरी घटना अन्य लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर ली, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. युवक लोकेश बैरवा का कहना है कि वह केवल अपनी पानी की समस्या मंत्री के सामने रख रहा था, और बातचीत का वीडियो बना रहा था, लेकिन वन मंत्री ने अचानक उसका मोबाइल छीन लिया.  लोगों ने मंत्री के इस व्यवहार पर नाराजगी जताई और इसे जनता की आवाज दबाने की कोशिश बताया. 

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"यही कांग्रेस और भाजपा का अंतर है"

नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस घटना का वीडियो अपने सोशल मीडिया अकाउंट 'X' पर साझा किया. उन्होंने लिखा, "यही कांग्रेस और भाजपा का अंतर है. कांग्रेस सरकार ने राजस्थान में लोक सेवाओं की डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाया था, ज‍िससे आमजन की शिकायतें समय से दूर की जा सकें. भाजपा सरकार में शिकायत दर्ज करवाने आए व्यक्ति का मोबाइल तक छीन लिया जाता है, जिससे शिकायत का कोई रिकॉर्ड ही न रहे, और उसे दूर करने की बाध्यता भी न हो. जनता अब अंतर समझ चुकी है."

टैंकर से पानी पहुंचाने के न‍िर्देश 

अलवर दौरे पर आए जल संसाधन मंत्री कन्हैया लाल चौधरी ने जिला कलेक्ट्रेट में अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में अलवर विधायक और वन मंत्री संजय शर्मा भी मौजूद रहे. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां-जहां पानी की समस्या है, वहां टैंकर से पानी पहुंचाया जाए. जहां बोरिंग की आवश्यकता है, वहां प्रस्ताव भेजे जाएं. 

पत्रकारों से बातचीत में मंत्री चौधरी ने बताया कि अलवर में पानी की समस्या समाधान के निर्देश दिए गए हैं.  नटनी का बारा में बड़ा डैम बनाया गया है.  छोटे एनीकट भी बनाए जा रहे हैं ताकि बहते पानी को रोका जा सके.  इसके लिए समयबद्ध योजना पर कार्य किया जा रहा है. 

अलवर में 15 बोर‍िंंग के टेंडर हो चुके  

अलवर में 15 बोरिंग के टेंडर हो चुके हैं.  जिले में 94 एमएलडी पानी की जरूरत है, जबकि फिलहाल 21 एमएलडी पानी उपलब्ध है.  अगले दो महीनों में 71 नई बोरिंग स्वीकृत होंगी, जिससे 60 एमएलडी अतिरिक्त पानी मिल सकेगा.  शेष 30 एमएलडी की भी पूर्ति के प्रयास किए जा रहे हैं.  जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव तक पानी पहुंचाने के प्रयास जारी हैं, और सभी प्रस्ताव तैयार किए जा रहे हैं. 

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