राजस्थान में मानसून की मेहरबानी, कानोता और बरधा बांध में चली चादर, इन गांवों की बुझेगी प्यास

Rajasthan News: प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जयपुर के कानोता बांध और बूंदी जिले के बरधा बांध में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

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राजस्थान के कनोता और बरघा बांध हुए ओवरफ्लो

Rajasthan Monsoon: राजस्थान पर मानसून लगातार मेहरबान हो रहा है, जिससे प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में किसानों के चेहरे खिलने लगे हैं. क्योंकि प्रदेश के पूर्वी हिस्से में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण जयपुर के कानोता बांध और बूंदी जिले के बरधा बांध में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.

कनोता और बरधा बांध ओवरफ्लो होने के करीब

इस समय जयपुर के कानोता बांध की अधिकतम भराव क्षमता 17 फीट तक है. फिलहाल इसमें 16.6 फीट पानी भर चुका है यानी अब सिर्फ 6 सेंटीमीटर जलस्तर और बढ़ने की जरूरत है, जिसके बाद जलस्तर बहना शुरू हो जाएगा, जिसका पिक सिटी के बाशिंदे बेसब्री से इंतजार करते हैं. इसी तरह बूंदी जिले के बरधा बांध में 8 इंच की चादर बह चुकी है. 21 फीट की भराव क्षमता वाला यह बांध अब 20.50 फीट तक भर चुका है और अब इसका पानी कभी भी ओवरफ्लो हो सकता है. जिसके बाद इसमें चादर बहने लगेगी . जिसके कारण यह पर्यटकों के लिए एक बेहतरीन टूरिस्ट स्पॉट बन जाता है.

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पर्यटन के साथ 12 से अधिक गांवों की बुझेगी प्यास

कानोता बांध की बात करें तो इसकी लंबाई 2.59 किलोमीटर और जलग्रहण क्षेत्र 402 वर्ग मीटर है. फिलहाल बांध में 13.78 एमसीएम पानी संग्रहित है. जिसके बनने के बाद आस-पास के गांव बस्सी, चाकसू, सांभरिया, बराला, अचलपुरा और सिंडोली समेत 12 से ज्यादा गांवों को सिंचाई में फायदा मिलेगा. इसके अलावा पर्यटन की दृष्टि से भी ये काफी महत्वपूर्ण समय है क्योंकि जब ये बांध ओवरफ्लो होता है तो इसकी खूबसूरती को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं. बूंदी के बरधा बांध पर भी ऐसा ही नजारा देखने के लिए लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि मानसून के दिनों में इसकी खूबसूरती और बढ़ जाती है. जिसके चलते इसे हाड़ौती का गोवा कहा जाता है.

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 सुरक्षा संबंधी तैयारियां शुरू

इसके अलावा प्रशासन ने दोनों बांधों पर पानी का बहाव शुरू होने से पहले सुरक्षा के सभी पहलुओं के तहत सभी तरह की तैयारियां शुरू कर दी हैं, ताकि भीड़ और संभावित जोखिम से बचा जा सके. बांध के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है, ताकि लोग सुरक्षित तरीके से इस खूबसूरत नजारे का आनंद ले सकें. सुरक्षा के लिए बांध के किनारों पर पुलिसकर्मी और सिविल डिफेंस के जवान भी मौजूद हैं.

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