NEET Paper Leak 2024: भरतपुर के श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC और राजमेस के निर्देश पर दो छात्रों को निलंबित कर दिया है, जिन पर आरोप है कि उन्होंने हजारी बाग में 5 मई को नीट यूजी परीक्षा से पहले पेपर को सॉल्व किया था. सीबीआई की चार्जशीट में दोनों छात्रों को दोषी पाया गया है. निलंबित छात्रों में कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा शामिल हैं.
जुलाई में कॉलेज पहुंची थी NMC की टीम
नीट पेपर लीक मामले की जांच के दौरान 16 जुलाई 2024 को सीबीआई की टीम स्टाफ नेशनल मेडिकल काउंसिल (NMC) का स्टाफ बनकर श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज पहुंची थी.16 जुलाई को दोनों स्टूडेंट के बारे में जानकारी जुटाई और 18 जुलाई 2024 दोनों छात्र कुमार मंगलम विश्नोई और दीपेंद्र शर्मा को गिरफ्तार किया था.
सीबीआई ने पाया था दोनों छात्रों को दोषी
श्री जगन्नाथ पहाड़िया मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. तरुण पाल ने जानकारी दी कि झारखंड के हजारी बाग में नीट यूजी पेपर सॉल्व करने के मामले में सीबीआई ने दोनों छात्रों को दोषी पाया है. एनएमसी और राजमेस के की ओर से 15 अप्रैल 2025 निर्देश मिला कि इन्हें तीन दिन में निलंबित कर अनुपालना रिपोर्ट भेजें. इसी के चलते दोनों को निलंबित कर दिया है.
पेपर सॉल्व करने वालों के साथ गए थे हज़ारी बाग़
निलंबित छात्रों में जोधपुर निवासी कुमार मंगलम विश्नोई बैच 2022 और दौसा निवासी दीपेंद्र शर्मा बैच 2023 के छात्र थे. दोनों की मुलाकात कोटा में नीट की कोचिंग के दौरान हुई और दोनों गहरे दोस्त थे. 4 मई 2024 को दोनों एक साथ रांची पहुंचे. जहां से दोनों पेपर सॉल्वरों के साथ हजारी बाग गए थे.
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