Rajasthan News: जेब और बैग में रखा पोटास फटा, दीपावली से पहले बर्डोद में मचा हड़कंप

आशीष ने पोटास अपनी पैंट की जेब में रख लिया, जिससे धूप और घर्षण के कारण अचानक जेब में रखा बारूद तेज धमाके के साथ फट गया. धमाके में आशीष और उसकी मां सकुन्तला दोनों आग की चपेट में आ गए और झुलस गए.

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घायल बच्चा

कोटपूतली के बर्डोद कस्बे में दीपोत्सव की तैयारियों के बीच एक दर्दनाक हादसा हो गया. आतिशबाजी के लिए बाजार से बारूद पोटास लेकर घर लौट रहे चार लोग, दो अलग-अलग मां-बेटे, अचानक बारूद में घर्षण से लगी आग की चपेट में आकर बुरी तरह झुलस गए. झुलसे चारों को तुरंत सेठ रूडमल रघुनाथदास महावर राजकीय रैफरल अस्पताल, बर्डोद लाया गया, जहां चिकित्सा प्रभारी बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अवनीश यादव की देखरेख में उनका उपचार किया जा रहा है.

जानकारी के अनुसार, ग्राम अजमेरीपुर निवासी 13 वर्षीय आशीष पुत्र गजानंद अपनी मां सकुन्तला के साथ दीपावली पर आतिशबाजी करने के लिए बारूद पोटास खरीदने बर्डोद बाजार आए थे. दोनों ने बाजार से पोटास खरीदा और बस स्टैंड के पास एक परचून की दुकान पर रुके. इसी दौरान आशीष ने पोटास अपनी पैंट की जेब में रख लिया, जिससे धूप और घर्षण के कारण अचानक जेब में रखा बारूद तेज धमाके के साथ फट गया. धमाके में आशीष और उसकी मां सकुन्तला दोनों आग की चपेट में आ गए और झुलस गए.

उसी समय, ग्राम बंधीन निवासी 11 वर्षीय केशव शर्मा पुत्र गिरीश शर्मा अपनी मां दिव्या शर्मा के साथ बर्डोद बाजार में धनतेरस की खरीदारी के लिए आए हुए थे. दिव्या शर्मा के अनुसार, उनका बेटा भी आतिशबाजी के लिए पोटास खरीदना चाहता था. उन्होंने पोटास खरीदा और उसे अपने बैग में रख लिया. खरीदारी पूरी करने के बाद जब दोनों बस स्टैंड के पास सब्जी की दुकान के समीप खड़े थे, तभी बैग में रखा पोटास अचानक तेज धमाके के साथ फट गया, जिससे दोनों झुलस गए.

धमाके की आवाज सुनकर मौके पर मौजूद दुकानदार और राहगीर तुरंत पहुंचे और आग पर काबू पाया. चारों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉ. अवनीश यादव ने बताया कि सभी के शरीर के ऊपरी हिस्से में जलन है और उन्हें निगरानी में रखा गया है. 

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