Rajasthan News: राजस्थान में पंचायत पुनर्गठन को लेकर हंगामा जारी, सीकर के सामेर में टावर पर चढ़े ग्रामीण

Sikar Police: धोद विधानसभा के चौखा का बास गांव के ग्रामीणों ने भी पंचायत पुनर्गठन परिसीमन के दौरान चौखा का बास गांव को मंडावर ग्राम पंचायत से हटकर कुंडलपुर में जोड़ने का विरोध दर्ज करवाया रहे है.

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Panchayat Reorganization In Rajasthan: राजस्थान में पंचायत के पुनर्गठन की अधिसूचना जारी होने के बाद से लगातार ग्रामीणों का विरोध बढ़ रहा है. सीकर जिले में भी इसका असर देखने को मिल रहा है. सीकर जिले के दातारामगढ़ व धोद विधानसभा की ग्राम पंचायत के पुनर्गठन के बाद कई ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन और ज्ञापन के माध्यम से अपना विरोध दर्ज करवाया है. ताज़ा विरोध प्रकरण में पलसाना पंचायत समिति की ग्राम पंचायत सामेर को खाचरियावास में जोड़ने का विरोध सामने आया है , जिसमें विरोध प्रसन्न करते हुए सरपंच प्रतिनिधि और ग्रामीण टावर पर चढ़ गए.

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सामेर को खाचरियावास पंचायत समिति में शामिल करने के निर्णय के खिलाफ ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. विरोध के चलते सरपंच प्रतिनिधि सहित तीन लोग मोबाइल टावर पर चढ़ हुए हैं. विरोध प्रदर्शन की सूचना पर सदर थाना पुलिस और नायब तहसीलदार पलसाना मौके पर पहुंचे. प्रशासनिक टीम टावर पर चढ़े लोगों व नीचे धरने पर बैठे ग्रामीणों से वार्ता कर रही है तथा स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है.

उधर टावर पर चढ़े ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि सामेर ग्राम पंचायत को पलसाना पंचायत समिति में ही जोड़ा जाए, अन्यथा आंदोलन और तेज किया जाएगा. ग्रामीणों का कहना है कि सामेर की भौगोलिक, सामाजिक एवं विकासात्मक जरूरतें पलसाना क्षेत्र से ही जुड़ी हैं.

तारामगढ़ के बाय के ग्रामीणों ने भी जताया विरोध 

अगर बात करें दातारामगढ़ की तो दातारामगढ़ के बाय के ग्रामीणों ने बाय को ग्राम पंचायत समिति बनाने की मांग उठाई है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दातारामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के दांतारामगढ़ में तहसील मुख्यालय दातारामगढ़ के बाद हर दृष्टिकोण से ग्राम पंचायत बाय बड़ी और मजबूत पंचायत है. लेकिन ग्राम पंचायत पुनर्गठन के दौरान बाय को ग्राम पंचायत बनाने की जगह खाचरियावास को ग्राम पंचायत बनाया गया है. इसके साथी स्थानीय ग्रामीणों ने परिसीमन को लेकर भी विरोध दर्ज करवाया है. बाय के ग्रामीणों ने पिछले दिनों दातारामगढ़ उपखंड कार्यालय पर भी प्रदर्शन कर अपना विरोध दर्ज करवाया था. 

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धोद विधानसभा के चौखा का बास गांवमें भी विरोध 

इसी तरह धोद विधानसभा के चौखा का बास गांव के ग्रामीणों ने भी पंचायत पुनर्गठन परिसीमन के दौरान चौखा का बास गांव को मंडावर ग्राम पंचायत से हटकर कुंडलपुर में जोड़ने का विरोध दर्ज करवाया रहे है. स्थानीय ग्रामीणों ने चौखा का बास गांव को मंडावर ग्राम पंचायत में ही रखने की मांग को लेकर धोद विधायक गोरधन वर्मा और जिला कलेक्टर को भी ज्ञापन दिया है. स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि द्वेषता पूर्वक चौखा का बास गांव को मंडावर ग्राम पंचायत से हटकर कुंडलपुर में जोड़ा गया है.

जबकि चौखा का बास गांव से कुंडलपुर की दूरी भी काफी है और पहाड़ी इलाका और आवागमन कम होने के चलते स्थानीय लोगों को ग्राम पंचायत तक पहुंचने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा. स्थानीय ग्रामीणों ने चोखा का बास गांव को वापस ग्राम पंचायत मंडावर में शामिल नहीं करने पर बड़े आंदोलन तक की चेतावनी दी है.

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