Ranthambore Tiger Reserve: सवाई माधोपुर स्थित प्रदेश के सबसे बड़े रणथंभौर टाइगर रिजर्व के जोगी महल गेट के पास रविवार को टाइगर हमले में रेंजर देवेंद्र चौधरी की मौत के बाद वन विभाग सहित पूरे रणथंभौर क्षेत्र में सन्नाटा पसरा हुआ है. हजारों की तादाद में भीड़ से व्यस्त रहने वाले त्रिनेत्र गणेश मार्ग पर भी सन्नाटा छा गया है. रेंजर देवेंद्र चौधरी, जो जोगी महल चौकी पर तैनात थे, रणथंभौर में चल रहे निर्माण कार्य को देखने गए थे. तभी अचानक छोटी छतरी के पास घात लगाए बैठे एक टाइगर ने उन पर हमला कर दिया और मौके पर ही उनकी मौत हो गई.
त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को आगामी आदेश तक किया गया बंद
घटना के तुरंत बाद रणथंभौर के फील्ड डायरेक्टर अनूप के.आर. द्वारा एक आदेश जारी कर ऐहतियात के तौर पर त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग को श्रद्धालुओं और आमजन के लिए आगामी आदेशों तक पूर्णतः बंद कर दिया गया. बताया जा रहा है कि इस मार्ग पर अभी भी 17 से 18 टाइगर और उनके शावकों का मूवमेंट बना हुआ है, जिससे किसी भी अनहोनी की आशंका बनी हुई है.
टाइगर के हमले के डर से किया गया बंद
रणथंभौर के सीसीएफ अनूप के.आर. के मुताबिक़ 11 मई को जोगी महल गेट के पास रेंजर देवेंद्र चौधरी पर हुए टाइगर हमले के बाद त्रिनेत्र गणेश मंदिर मार्ग, रणथंभौर दुर्ग और आसपास के वन क्षेत्र में 17 से 18 टाइगर और शावकों की सक्रियता को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से 12 मई से इस मार्ग को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. वन्यजीव और मानव के बीच टकराव की संभावनाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है.
एक महीने में टाइगर के हमले की दूसरी घटना
गौरतलब है कि रणथंभौर में एक माह में यह दूसरी टाइगर हमले की घटना है. इससे पहले 16 अप्रैल को टाइगर हमले में एक सात वर्षीय मासूम की मौत हो गई थी और अब 25 दिन बाद रेंजर की मौत हो गई. इन दो घटनाओं ने रणथंभौर वनाधिकारियों के सुरक्षा संबंधी दावों की पोल खोलकर रख दी है. मार्ग बंद होने से दूर-दराज से त्रिनेत्र गणेश के दर्शन को आने वाले श्रद्धालुओं को निराश होकर लौटना पड़ रहा है.
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