Rajasthan News: राजस्थान पुलिस साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं और साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों को 2 दिन तक एक मंच देगी. इसमें साइबर हमलों के खतरे का मूल्यांकन, साइबर सुरक्षा स्थिति में सुधार, नीतियां, नई तकनीकी और निरंतर सुधार पर चर्चा होगी. डीजी साइबर क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा और एडीजी हेड क्वार्टर संजय अग्रवाल ने सोमवार को इसकी जानकारी दी.
साइबर हमलों को लेकर प्रजेंटेशन प्रतियोगिता
डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि मौजूदा समय में आधारभूत सूचनाओं के डाटा को साइबर खतरों से बचाना एक बड़ा चैलेंज है. राजधानी जयपुर में 17-18 जनवरी को राजस्थान पुलिस की साइबर हैकाथॉन 1.0 आयोजित होगी. इसमें साइबर हमलों का तोड़ निकालने और इन हमलों को रोकने के लिए एक्सपर्ट्स के साथ ही कई टीमें जुटेंगी. इस हैकाथॉन के आखिरी फेज में टॉप तीन टीमों को साइबर हमलों को रोकने के लिए नई तकनीक के प्रजेंटेशन का मौका दिया जाएगा.
जयपुर में पहली बार होगा ड्रोन शो
मेहरड़ा ने बताया कि साइबर हैकाथॉन से पहले 16 जनवरी को शाम 5 बजे राजस्थान पुलिस अकदामी में ड्रोन शो होगा. जयपुर में पहली बार होने वाले इस शो में 300 से ज्यादा ड्रोन उड़ाए जाएंगे. ड्रोन शो के दौरान विशेषज्ञों की ओर से विभिन्न तकनीकों से लैस ड्रोन के डेमो दिए जाएंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मुख्य अतिथि होंगे.
2 दिन चलने वाले हैकाथॉन में 300 टीमें ले रही भाग
राजस्थान अंतरराष्ट्रीय केंद्र में 17 और 18 जनवरी को आयोजित साइबर हैकाथॉन में विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों, रिसर्च लैबों और स्टार्टअप्स के 1665 प्रतिभागियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. इसमें करीब 300 टीमें भाग लेगी. यह टीमें 12 साइबर सुरक्षा से संबंधित समस्याओं का समाधान निकालने के लिए 36 घंटे तक काम करेंगी.
हैकाथॉन में इन 12 चुनौतियों पर होगा मंथन
साइबर हैकाथॉन के दौरान साइबर सुरक्षा एक्सपर्ट भविष्य की 12 चुनौतियों पर चर्चा कर हल निकालने का प्रयास करेंगे. इन चुनौतियों में पुलिस का फीडबैक सिस्टम विकसित करना, उन्हें एआई/एआर का प्रशिक्षण, कैमरे में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का उपयोग कर खुद फैसले लेने में सक्षम बनना, एफआईआर का एआई व मशीन प्रोग्रामिंग से एकदम सही अधिनियम एवं धाराएं लगाना, फर्जी वेबसाइटस, आने वाले ऐड एवं कस्टमर केयर के नंबरों की पहचान करना, निजी स्वामित्व वाले कैमरों की जियो टैगिंग करने की प्रणाली विकसित करना, फाइनेनशियल फ्रॉड के डाटा का विश्लेषण करने के लिए सॉफ्टवेयर बनाना, डीप फेक तकनीक का सहारा लेकर अपराध करने वालों को ढूंढना, 1930 हेल्पलाइन को और अधिक विकसित करना, एंटी ड्रोन सिस्टम विकसित करना, डार्क वेब पर डाटा की मॉनिटरिंग एवं क्रिप्टाकरेंसी के पैसे की जांच करना रखा गया है.
विजेता को मिलेगा 20 लाख रुपए का इनाम
हैकाथॉन के अंतिम चरण में तीन सर्वश्रेष्ठ टीम को समाधान प्रस्तुत करने का मौका दिया जाएगा. हर एक टीम को इवेंट के अनुसार इनाम दिया जाएगा. इन टीमों के समाधानों का मूल्यांकन विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाएगा. हैकाथॉन के विजेताओं को विभिन्न श्रेणियों में कुल 20 लाख के नकद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र प्रदान किए जाएंगे. साथ ही सभी टीमों को राजस्थान पुलिस के साथ इंटर्नशिप प्रोग्राम में भी शामिल किया जाएगा.
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