Rajasthan politics: आदिवासी इलाकों में तेजी से अपना जनाधार मजबूत कर रही भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के चौरासी विधानसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित विधायक अनिल कटारा ने मंगलवार को शपथ ली. उनके शपथ लेने के साथ ही वागड़ क्षेत्र में बीएपी का कद बढ़ गया, जबकि देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भाजपा का जनाधार इस क्षेत्र में घटने लगा. वर्तमान में वागड़ क्षेत्र के बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के तीन-तीन विधायक हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक हैं.
तेजी से बढ़ रहा है बी ए पी का जनाधार
डूंगरपुर जिले के चौरासी और आसपुर विधानसभा क्षेत्रों में अपने पैर पसारने के बाद भारत आदिवासी पार्टी ने वागड़ के कद्दावर नेता महेंद्रजीत मालवीय के गढ़ में सेंध लगाई. जिसमें वह सफल रही. बांसवाड़ा जिले के बागीडोरा विधानसभा क्षेत्र में जीत हासिल कर पार्टी ने अपना जनाधार मजबूत किया है. लोकसभा चुनाव में भी भारत आदिवासी पार्टी के राजकुमार रोत ने भाजपा प्रत्याशी को भारी अंतर से हराकर नई इबारत लिखी थी. बांसवाड़ा जिले के गढ़ी और डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में जहां भारतीय जनता पार्टी अपना जनाधार बरकरार रखने में सफल रही है, वहीं कांग्रेस पार्टी ने बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ और घाटोल तथा डूंगरपुर जिले की डूंगरपुर विधानसभा सीट पर जीत हासिल की है. बांसवाड़ा और उदयपुर जिले से सटे धरियावद विधानसभा क्षेत्र में भी भारत आदिवासी पार्टी ने जीत हासिल कर कांग्रेस और भाजपा जैसी राष्ट्रीय पार्टियों में हलचल मचा दी है.
असली परीक्षा पंचायती राज चुनावों में होगी
आदिवासी क्षेत्र में कौन सी राजनीतिक पार्टी हावी रहेगी, इसकी असली परीक्षा आने वाले दिनों में होने वाले पंचायत राज चुनावों में देखने को मिलेगी. एक साल पहले बनी भारत आदिवासी पार्टी फिलहाल प्रदेश में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, वहीं उसने आने वाले समय में पंचायत राज चुनावों में मजबूती से उतरने का इरादा भी जताया है. पार्टी का मानना है कि वह बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में जिला प्रमुख और पंचायत समिति प्रधान पर हावी होने के लिए तेजी से काम कर रही है.
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