Rajasthan News: राजस्थान में सियासी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं. प्रदेश में 19 अप्रैल को पहले चरण की वोटिंग होनी है. पिछले दो लोकसभा चुनावों में बीजेपी लगातार राज्य से पूरी 25 सीटें जीतती आ रही है और इस बार भी उसका यही टारगेट है. जबकि कांग्रेस 2009 से लगातार पिछड़ती रही है. एक भी लोकसभा सीट नहीं जीत पाने की हताशा पार्टी के नेताओं में लंबे समय से देखी जा रही है. रही-सही कसर कुछ समय पहले हुए विधानसभा चुनावों ने पूरी कर दी, जब भाजपा के सामने कांग्रेस को बुरी तरह हार का मुंह देखना पड़ा.
इस बार मेघवाल vs मेघवाल
इन लोकसभा चुनावों में हालांकि कांग्रेस जीत का कोई बड़ा आंकड़ा लेकर नहीं चल रही है. लेकिन उसकी ये कोशिश है कि उसका प्रदर्शन कम से कम पहले से बेहतर रहे. इसी के मद्देनजर कांग्रेस ने बीकानेर से पिछली अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे गोविन्द राम मेघवाल (Govind Ram Meghwal) पर दांव खेला है. उनका मुकाबला केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) से है, जो पिछले 15 सालों से बीकानेर लोकसभा सीट जीतते आ रहे हैं.
दोनों 27 मार्च को करेंगे नामांकन
दोनों ही उम्मीदवार आगामी 27 मार्च को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. दिलचस्प बात ये है कि जहां केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का नामांकन करवाने वर्तमान सीएम भजनलाल शर्मा बीकानेर आएंगे, वहीं पूर्व सीएम अशोक गहलोत कांग्रेस उम्मीदवार गोविन्द राम मेघवाल के नामांकन के दौरान उनके साथ खड़े होंगे. एक ही दिन दोनों बड़ी पार्टियों के उम्मीदवार नामांकन करेंगे और सीएम और पूर्व सीएम उनके साथ मौजूद होंगे तो मन्जर देखने लायक होगा.
तीन चुनाव में मिली आसान जीत
हालांकि पिछले तीन लोकसभा चुनावों में अर्जुन राम मेघवाल के लिए जीत आसान रही है. क्योंकि उनके सामने कांग्रेस ना तो कोई मजबूत कैंडिडेट उतार पाई और ना ही मजबूती से जनता में अपना पक्ष रख पाई. इसके अलावा जहां भाजपा ने अपने एक ही उम्मीदवार पर भरोसा जताया, वहीं कांग्रेस ने हर बार अपना प्रत्याशी बदला. इस बार भी गोविन्द राम लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी के नए कैंडिडेट हैं.
एक ही समय पर होंगी जनसभाएं
लेकिन पिछले और हालिया लोकसभा चुनावों में कांग्रेस कुछ एक्टिव नजर आने लगी है और उसका एक मन्जर 27 मार्च को देखने को मिलेगा, जब एक तरफ वर्तमान सीएम भजनलाल शर्मा होंगे और उनके सामने पूर्व सीएम अशोक गहलोत अपनी पार्टी के उम्मीदवार के पक्ष में ताल ठोक रहे होंगे. दोनों ही नेता अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जन सभा भी करेंगे ऐसी सूचना है. कांग्रेस की सभा के लिए सार्दुल क्लब मैदान को चुना गया है, वहीं बीजेपी की तरफ से जगह का चयन होना बाकी है. बहरहाल 27 मार्च को नजारा बहुत खूबसूरत होगा जब दोनों बड़ी पार्टियों के दो बड़े नेता शहर में होंगे. लेकिन उनका होना वोटों में कितना तब्दील होगा ये 19 अप्रैल बताएगा.
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