Rajasthan Politics: सचिन पायलट NSUI प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ से मिलने सेंट्रल जेल जयपुर पहुंचे, पुलिस ने रोका 

सचिन पायलट ने कहा कि विश्वविद्यालय में सेमिनार आयोजन करवाए जाने चाहिए. आप किसी भी विचारधारा के हो, संगोष्ठी कीजिए. शस्त्र पूजन के लिए क्या विश्वविद्यालय ही मिला था?

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Sachin Pilot: इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि धरने प्रदर्शन पहले भी होते आए हैं. हम भी सत्ता में थे, विरोध प्रदर्शन तब भी होते थे. हमेशा प्रशासन शांति व्यवस्था के लिए डिटेन करता है. मैं भी कई बार गिरफ्तार हुआ हूं. लेकिन जिस तरह से विनोद जाखड़ और अन्य कार्यकर्ताओं पर चुन चुन कर धाराएं लगाई गई है. यह गलत है. उनके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई की गई है कि सरकार कोई उदाहरण देना चाहती हो, कोई भी विरोध करने की हिम्मत ना करें. 

विश्वविद्यालय में सेमिनार आयोजन करवाए जाने चाहिए. आप किसी भी विचारधारा के हो, संगोष्ठी कीजिए. शस्त्र पूजन के लिए क्या विश्वविद्यालय ही मिला था? पुलिस ने भी बर्बरता पूर्ण तरीके से कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज की, यह गलत है. मैं किसी भी रूप से हिंसा का समर्थन नहीं करता. विनोद पर तीन चार एफ़आईआर की गई है. मुझे ये अंदेशा है कि अगर उन्हें कल एक मामले में जमानत मिल भी जाती है तो दूसरे मे पुलिस हिरासत में ले सकती है.

कफ सिरप पर ज्यूडिशियल जांच के आदेश होने चाहिए

कफ सिरप वाले सवाल पर कहा कि इस मामले में तुरंत जांच होनी चाहिए. एक ज्यूडिशियल जांच के आदेश होने चाहिए. इस मामले में गंभीरता से काम होना चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ समेत एनएसयूआई के अन्य कार्यकर्ताओं को राजस्थान विश्वविद्यालय में आरएसएस के शस्त्र पूजन कार्यक्रम के विरोध प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार किया था.

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने मंच पर तोड़फोड़ और वहां लगे पोस्टर को फाड़ा था. पुलिस ने राज कार्य में बाधा और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धाराओं में कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था.

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MLA रामनिवास गावड़िया विनोद जाखड़ से मिलने जेल पहुंचे थे

इससे पहले परबतसर विधायक रामनिवास गावड़िया विनोद जाखड़ से मिलने जेल पहुंचे थे. हालांकि उन्हें जेल में मिलने नहीं दिया गया था. इसके अगले दिन वह पुलिस कमिश्नर बीजू जोर-जोर से मुलाकात करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा था कि मैं जब जेल गया तो वहां प्रसिद्ध अधिकारियों ने मुझसे कहा कि आप मिलने आए है, यह सूचना ऊपर पहुंच गई है. हम पर दबाव है.

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