Rajasthan Politics: खुद के लोकसभा चुनाव लड़ने पर सचिन पायलट ने कहा- 'फैसला जो भी होगा...'

Will Sachin Pilot Contest Lok Sabha Election: गौरतलब है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद राज्यों के बड़े नेताओं पर लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है. जिनमें अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, गोविन्द सिंह डोटासरा और जीतू पटवारी शामिल हैं. 

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बांसवाड़ा में एक सभा के दौरान राहुल गांधी और सचिन पायलट

Lok Sabha Election 2024: सभी राजनीतिक दल जोर-शोर से लोकसभा चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं. इसी के मद्देनजर गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस चुनाव समिति की बैठक हुई. अभी तक कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है. ऐसे में कांग्रेस सीईसी ने पहली सूची को लेकर मंथन किया है. बैठक में शामिल हुए सचिन पायलट ने कहा कि सभी सीटों पर विस्तार से चर्चा हुई है. वहीं कांग्रेस के बड़े चेहरों को लोकसभा चुनाव लड़ने पर उन्होंने कहा कि यह फैसला कांग्रेस आलाकमान का होगा. 

बैठक से बाहर निकलने के बाद पायलट ने कहा कि, आज हमने कई राज्यों की सीटों पर मंथन किया है. सभी पहलुओं से और बेहद अच्छे माहौल में चर्चा हुई है और जल्द ही CEC द्वारा उम्मीदवारों को लेकर वक्तव्य जारी किया जाएगा. उन्होंने कहा कि, 'पार्टी जिन्हें भी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए आदेशित करेगी वो चुनाव लड़ेंगे' 

बड़े नेताओं पर चुनाव लड़ने का 'दबाव'!

कांग्रेस के बड़े नेताओं के इलेक्शन लड़ने पर पायलट ने कहा कि, जो भी नेता चुनाव जीतने की स्तिथि में होगा वो चुनाव लड़ेगा. इसका फैसला कांग्रेस आलाकमान करेगी. बहुत जल्द इसका फैसला लिया जाएगा. गौरतलब है कि राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की करारी हार के बाद राज्यों के बड़े नेताओं पर लोकसभा चुनाव लड़ने की चर्चा है. जिनमें अशोक गहलोत, सचिन पायलट, भूपेश बघेल, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, गोविन्द सिंह डोटासरा और जीतू पटवारी शामिल हैं. 

पायलट ने दिया था युवाओं को टिकट देने का फॉर्मूला 

विधानसभा चुनाव की तरह भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ेगी. भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान से ऐसा अंदाजा लगाया जा सकता है. वहीं कांग्रेस में अपनी रणनीति को लेकर दो तरह की संभवनाएं हैं. पहली तो यह कि, मोदी के चेहरे के प्रभाव को काम करने के लिए प्रदेश के सीनियर नेताओं को लोकसभा चुनाव लड़वाया जाए. वहीं, दूसरा फार्मूला कुछ दिन पहले कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सचिन पायलट ने दिया था. जिसमें युवा चेहरों को चुनावी मैदान में उतारने का था. 

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