पूर्व बीजेपी प्रत्याशियों दिखाए बगावती सुर, बानसूर में गूंजे 'पार्टी को हराओ और इनाम पाओ' के नारे

बुधवार को बानसूर और तिजारा में भी टिकट कटने से नाराज स्थानीय समर्थकों में गुस्सा दिखा. यहां बानसूर से यूआईटी के पूर्व चेयरमेन देवी सिंह शेखावत और तिजारा से सांसद बालक नाथ को टिकट देने के विरोध में समर्थकों द्वारा प्रदर्शन किया गया. तिजारा के पूर्व विधायक मामन सिंह यादव और पिछले विधानसभा चुनाव में बानसूर से भाजपा के प्रत्याशी रहे महेंद्र यादव ने बगावत शुरू कर दी है.

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बानसूर में महेंद्र यादव ने बुलाई सभा
अलवर:

राजस्थान विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद बीजेपी द्वारा जारी की गई 41 प्रत्याशियों की पहली सूची में घोषित उम्मीदवारों विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीजेपी ने पहली सूची में 41 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे, जिनमें 7 सासंदों को टिकट दिया था, लेकिन अब तक 7 में से 6 सांसदों को स्थानीय नेताओं के समर्थकों के विरोध सामना करना पड़ रहा है.

सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़ाने के बीजेपी की रणनीति उल्टी पड़ती दिखाई दे रही है. इसका नमूना बुधवार को जालौर-सिरोही से बीजेपी सांसद देवजी पटेल के काफिले पर हुए पथराव से दिख गया, जब सासंद देवजी पटेल को टिकट दिए जाने से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनका काफिल रोककर काले झंडे दिखाए.भाजपा की पहली लिस्ट में पिछले 29 उम्मीदवारों का टिकट काटा गया है.

बुधवार को साचौर सीट से घोषित बीजेपी के उम्मीदवार औक जालौर सिहोरी से सासंद देवजी पटेल के वाहन को आक्रोशित भीड़ द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया. वहीं, जयपुर में पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत के समर्थकों ने पार्टी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया और झोटवाड़ा सीट पर उन्हें टिकट देने की मांग की. भाजपा ने झोटवाड़ा सीट पर सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ को उम्मीदवार बनाया है.

वहीं, विद्याधर नगर सीट से मौजूदा विधायक नरपत सिंह राजवी के समर्थकों में भी असंतोष सामने आया. राजवी का नाम पहली सूची में नदारद है, पार्टी ने इस सीट से राजसमंद की सांसद दीया कुमारी को मैदान में उतारा है. पांच बार के विधायक राजवी जहां पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद हैं. 

कुछ ऐसा ही नजारा बुधवार को बानसूर और तिजारा में भी टिकट कटने से नाराज स्थानीय समर्थकों में गुस्सा दिखा. यहां बानसूर से यूआईटी के पूर्व चेयरमेन देवी सिंह शेखावत और तिजारा से सांसद बालक नाथ को टिकट देने के विरोध में समर्थकों द्वारा प्रदर्शन किया गया. तिजारा के पूर्व विधायक मामन सिंह यादव और पिछले विधानसभा चुनाव में बानसूर से भाजपा के प्रत्याशी रहे महेंद्र यादव ने बगावत शुरू कर दी है.

रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य महेंद्र यादव को भाजपा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने पर कार्यकर्ताओं व समर्थकों में आक्रोश है. बताया जा रहा है कि महेंद्र यादव निर्दलीय चुनाव मैदान में आ सकते हैं. इसको लेकर बुधवार को महेंद्र यादव ने 36 बिरादरी की बैठक बुलाकर लोगों से राय मशवरा किया. समर्थक बानसूर से देवीसिंह शेखावत को भाजपा उम्मीदवार बनाए जाने बगावती सुर नजर आने लगे हैं.

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पिछले चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रहे महेन्द्र यादव को टिकट नहीं मिलने से समर्थकों आक्रोश फूट रहा है सैकड़ो की संख्या में महेंद्र यादव के समर्थक महेंद्र के कार्यालय पर पहुंचे, जहां समर्थकों ने यादव को निर्दलीय चुनाव लड़ने की मांग उठाई. हालांकि महेंद्र यादव ने अभी चुनाव लड़ने की घोषणा नहीं की है.

उल्लेखनीय है सोमवार को भाजपा की ओर से राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर जारी की गई 41 उम्मीदवारों की सूची में बानसूर से पूर्व यूआईटी चैयरमैन देवीसिंह शेखावत को टिकट दिया गया है, जिसका महेंद्र यादव के समर्थक विरोध कर रहे हैं. समर्थकों ने इस दौरान 'पार्टी को हराओ ओर ईनाम पाओ' के नारे भी लगाए. 

वहीं, तिजारा विधानसभा क्षेत्र से अलवर सांसद महंत बाबा बालक नाथ का नाम आने के बाद तिजारा विधानसभा में बगावत शुरू हो गई है. तिजारा विधानसभा से टिकट की मांग कर रहे पूर्व विधायक मास्टर मामन सिंह यादव ने बगावत का बिगुल बजा दिया. मंगलवार को मास्टर मामन सिंह यादव ने तिजारा में एक बैठक  का आयोजन किया, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के लोग पहुंचे.

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रिपोर्ट के मुताबिक बैठक में पूर्व विधायक मामन सिंह यादव को लोगों ने अपना उम्मीदवार घोषित किया और महंत बाबा बालक नाथ को बाहरी उम्मीदवार बताते हुए उनका बाईकाट करने का ऐलान किया. इस दौरान मामन सिंह यादव ने कहा की सर्वे के आधार पर उनका नाम फाइनल हो चुका था और केंद्रीय समिति ने उन्हें टिकट मिलने का आश्वासन भी मिला था.

इस दौरान मामन सिंह यादव ने एक भावुक में लोगों से निवेदन किया कि इस चुनाव में महंत बाबा बालक नाथ को हर बूथ से मात्र एक-एक वोट ही जाना चाहिए, वह भी सिर्फ उनके महाराज होने के नाम पर. उन्होंने आगे कहा कि पूरे तिजारा क्षेत्र में बाबा जी को वोट नहीं मिलना चाहिए.

कार्यक्रम के आखिर में अपने खुद को निर्दलीय उम्मीदवार घोषित करते हुए पूर्व विधायक ने कहा कि उनकी उम्मीदवारी में लोग बढ़-चढ़कर उनका सहयोग करेंगे और महंत बाबा बालक नाथ को दहाई के आंकड़ों में ही समेट कर तिजारा से भेजेंगे. इस दौरान तिजारा क्षेत्र के सर्व समाज के सैकड़ो लोगों के साथ-साथ अनेक जनप्रतिनिधि और युवा उपस्थित रहे.

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